सुंदरनगर,19 मई: हिमाचल प्रदेश में सड़कों पर बेसहारा घूम रहे पशुओं की समस्या लगातार लोगों की परेशानियां बढ़ा रही हैं। एक मामला सुंदरनगर की ग्राम पंचायत महादेव में सामने आया है, जहां सड़कों पर घूमने वाला एक बेसहारा बैल निर्माणाधीन 4 मंजिला भवन के सबसे ऊपर वाले लेंटर पर चढ़ गया। अजीबो गरीब मामले का पता चलते ही स्थानीय ग्रामीणों ने काफी जद्दोजहद करते हुए लगभग 18 घंटों की मेहनत उपरांत बैल को नीचे उतारा। इस दौरान बेकाबू बैल भवन से दूसरे भवन के बीच छलांगें लगाता रहा। इससे क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल बना रहा। ग्रामीणों के मन में एक ही प्रश्न था कि एक चार मंजिला इमारत की छत पर एक बैल कैसे चढ़ गया।
जानकारी के अनुसार महादेव क्षेत्र के उत्कर्ष चौधरी द्वारा अपने भवन का कार्य करवाया जा रहा था। इसी दौरान मंगलवार देर शाम एक आवारा बैल निर्माणाधीन बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर जा पहुंचा। जैसे ही स्थानीय लोगों को सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत उत्कर्ष चौधरी को इसकी सूचना दी। उन्होंने मौके पर पहुंचकर देखा कि आवारा बैल बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर इधर-उधर घूम रहा है, जैसे कि सड़कों पर आम घूमता हुआ देखा जा सकता है। लेकिन शाम होने के चलते मकान मालिक उत्कर्ष चौधरी ने सोचा कि सांड खुद ही बिल्डिंग से नीचे उतर आएगा।
लेकिन जब बुधवार सुबह देखा तो वो उसी तरह भवन की चौथी मंजिल के ऊपर ही घूमता हुआ नजर आया। वही जब स्थानीय लोगों सहित उत्कर्ष चौधरी ने बैल को भगाने का प्रयास किया तो वह साथ लगते घरों की मंजिल पर कूद गया जिस कारण घरों पर रखे सामान को भी नुकसान पहुंचा दिया। इसके उपरांत करीब 18 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सीढ़ियों से होते हुए निर्माणाधीन भवन की चौथी मंजिल से नीचे उतारा गया तो स्थानीय लोगों सहित मकान मालिक ने राहत की सांस ली।
मकान मालिक उत्कर्ष चौधरी ने बताया कि आवारा बैल उनकी चौथी मंजिल पर जा पहुंचा। जब भगाने का प्रयास किया गया तो स्थानीय घरों की मंजिलों पर कुद गया। इस कारण लोगों के सामान को भी काफी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि यह आवारा बैल इस से पहले भी स्थानीय लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है। उन्होंने स्थानीय प्रशासन व सरकार से मांग की है कि क्षेत्र में बेसहारा घूम रहे पशुओं के लिए ठोस नीति बनाई जाए।