ऊना,19 मई : मैं डीसी ऊना बोल रहा हूँ .. बधाई हो आपके घर पर बेटी हुई है। जच्चा-बच्चा सुरक्षित है। चिंता मत करे समूचा प्रशासन आपके साथ है।
रात 12:30 बजे ये फोन गगरेट के जरियाला गांव में एक कोविड पॉजिटिव मरीज को आया, जिसकी पत्नी भी संक्रमित है। पत्नी ऊना अस्पताल में दाखिल थी। पूरा परिवार पॉजिटिव हो गया। ऐसे में यदि पति पत्नी के साथ रहता है, तो बच्चे कौन संभालता।
ऐसे में समाज सेवी परिवार की मदद के लिए आगे आए। गगरेट युवा कांग्रेस अध्यक्ष अमन ठाकुर ,ऊना जनहित मोर्चा व कुटलैहड़ से ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विवेक शर्मा ने महिला के खाने की व्यवस्था कर दी, लेकिन बड़ी समस्या एक महिला की थी,जो नवजात शिशु को संभाल पाए। कोई आसानी से तैयार नहीं हो रहा था। विवेक शर्मा ने एक महिला को इस कार्य के लिए तैयार किया ताकि पॉजिटिव मां की कोख से जन्मी नन्ही जान को संक्रमण से बचाया जा सके। पूरे मामले से ज़िलाधीश को भी अवगत करवा दिया गया।
डीसी ने स्वास्थ्य विभाग को विशेष देखभाल करने के निर्देश जारी किए साथ ही पल-पल की जानकारी लेते रहे। सोमवार रात के 11 बजे के करीब जब बेटी का जन्म हुआ तो उसके बाद ये सूचना ज़िलाधीश को दी गई।
ज़िलाधीश ने उसी समय पहले महिला का हाल-चाल जाना फिर उसके पति को फोन करके बधाई के साथ-साथ आश्वासन भी दिया कि यदि किसी भी प्रकार की जरूरत हुई तो प्रशासन हर समय उपलब्ध रहेगा।
वहीं कोरोना पीड़ित गर्भवती महिला की डिलीवरी के बाद भले ही उपमंडल के बंगाणा की खुरवाई निवासी सोनू नवजात की देखभाल को तैयार थी, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। डिलीवरी के समय महिला मौके पर मौजूद थी, लेकिन जैसे ही इसकी सूचना जिलाधीश को लगी तो उन्होंने सारे इंतजाम करवाएं।
वहीं बेटी के जन्म के बाद मां ने भी नवजात को अपने से दूर न किया और खुद ही देखभाल करने का फैसला लिया। क्षेत्रीय अस्पताल में डिलीवरी के बाद जच्चा और बच्चा को मेकशिफ्ट अस्पताल पालकवाह में भेज दिया गया।
” मुझे रात के करीब 12:30 पर ज़िलाधीश का फोन आया और बेटी के जन्म की बधाई दी। साथ ही हर मदद का वायदा भी किया। ”
बेटी का पिता