सुंदरनगर,17 मई : नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं कोविड अस्पताल में तीमारदारों की अधिक संख्या में मौजूदगी डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। तीमारदारों का संक्रमितों के साथ सीधा कांटेक्ट होने के बावजूद उनके वे खुले में घूमने से संक्रमण फैलने का डर लगातार बना हुआ है।

बता दें कि सरकार ने संक्रमितों के परिजनों की आलोचनाओं के बाद हर कोविड संक्रमित के साथ अटेंडेंट साथ रखने की अनुमति दे दी है। लेकिन अब इससे कोविड वार्ड में मरीजों के अटेंडेंट बिना पीपीई किट के घूम रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ रही है। कोविड अस्पताल नेरचौक में अटेंडेंट पहले बाजार घूम रहे हैं और फिर वार्ड में मरीज को देखने पहुंच रहे हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है।
जानकारी के अनुसार डॉक्टर व नर्स के वार्ड से बाहर निकलते ही कई अटेंडेंट खुद ही ऑक्सीजन बढ़ा और घटा रहे हैं। इससे मरीजों को तय मानकों के तहत जो ऑक्सीजन देने की प्रक्रिया है उस पर भी असर पड़ रहा है। इससे कई बार ऑक्सीजन वेस्ट हो जाने के कारण सिलेंडर की खपत भी बढ़ रही है।
जानकारी देते हुए श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं कोविड अस्पताल नेरचौक के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ. जीवानंद चौहान ने कहा कि कोविड वार्ड में मरीजों के अटेंडेंट द्वारा ऑक्सीजन बढ़ाने और घटाने की शिकायतें आ रही हैं। इस कारण मरीजों के इलाज में समस्या पैदा होने के साथ उपकरण भी खराब हो रहे हैं। डॉ. चौहान ने लोगों से अपील की है कि कोविड वार्ड में तैनात मेडिकल टीम सक्षम है और सिर्फ ज्यादा आवश्यकता पड़ने पर ही मरीज के पास अटेंडेंट आए तो बेहतर होगा।