शिमला, 15 मई : राजधानी शिमला में पदस्थ एक पुलिस अधिकारी द्वारा महिला पुलिस कांस्टेबल से छेड़छाड़ करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जनवादी महिला समिति ने डीजीपी को पत्र भेजकरआरोपित अधिकारी को बर्खास्त करने तथा इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है।

समिति शहरी कमेटी की सचिव सोनिया सबरवाल, अध्यक्ष कलावती वर्मा और कोषाध्यक्ष रामप्यारी ने डीजीपी को लिखे पत्र में 3 बिंदुओं पर जांच की मांग की है। समिति ने आरोपित पुलिस अधिकारी को तुरंत उसके पद से बर्खाश्त करने, यौन उत्पीड़न कमेटी से हटाने और उत्पीड़न मामले पर किसी उच्च अधिकारी के अगवाई में निष्पक्ष जांच करने का आग्रह किया है, ताकि जांच प्रभावित न कि जाए व पीड़िता को न्याय मिल सके।
समिति का कहना है कि महिला उत्पीड़न का मामला उस जगह सामने आया है जहां महिलाएं अपनी सुरक्षा के लिए रुख करती है। महिला कांस्टेबल ने पुलिस अधिकारी के विरुद्ध जिस तरह से उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए है इसके लिए किसी उच्च अधिकारी की अगवाई में निष्पक्ष जांच की जाए। उन्होंने कहा कि किसी के दवाब में आकर यह जांच नहीं होनी चाहिए। पुलिस अधिकारी द्वारा महिला कर्मचारियों के साथ इस तरह का शोषण करना बहुत ही शर्मनाक बात है।
समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि पुलिस विभाग में इस तरह कि महिला उत्पीड़न की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा होता है और जिस अधिकारी पर आरोप लगे है वह स्वयं यौन उत्पीड़न कमेटी का चेयरमैन है। ऐसे में पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली भी सवालों के घेरे में आती है।