शिमला, 15 मई : करीब सवा साल से कोविड संकट में खाद्य आपूर्ति निगम के स्टाफ के साथ लेबर घर-घर सिलेंडर पहुंचा कर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। शुक्रवार को राज्य सरकार ने 9 श्रेणियों के कर्मचारियों को फ्रंटलाइन कर्मी घोषित कर दिया। यहां तक की फियूल पंप ऑपरेटर भी इस श्रेणी में आ गए, लेकिन सरकार को अफसरशाही ने इस बात का सुझाव नहीं दिया कि घर-घर सिलेंडर पहुंचाने वाले कर्मियों को भी संक्रमण का खतरा है।

बीती शाम जब 9 श्रेणियों को फ्रंटलाइन कर्मी घोषित करने का सर्कुलर जारी हुआ तो एलपीजी गैस की आपूर्ति करने वालों में ये सर्कुलर चर्चा में आ गया। हालांकि अब वैक्सीनेशन को लेकर उम्र की बंदिशें काफी नीचे तक आ गई हैं। 18 से 44 साल आयु वर्ग को भी इसमें शामिल कर लिया गया है। फ्रंटलाइन कर्मियों को केवल वैक्सीनेशन में ही उम्र की बंदिश से छूट थी।
अलबत्ता, इतना जरूर है कि फ्रंटलाइन घोषित कर्मियों को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता मिल जाती है। उम्मीद की जानी चाहिए कि घर-घर तक एलपीजी पहुंचाने वालों को भी इस कैटेगरी में शामिल किया जाएगा।