शिमला, 15 मई : पिछले 48 घंटे में हिमाचल की दो ऐसी तस्वीरें सामने आई, जिसमें एक शख्स ऐसा था जो मददगार न मिलने पर अपनी मां का शव कंधों पर ले जा रहा था। वहीं दूसरी खबर सुकून देने वाली बड़सर से आई, जहां विधायक ने एक कोविड मरीज के शव का खुद दाह संस्कार किया।

इन खबरों के बीच एक ओर राहत देने वाली खबर हिमाचल पुलिस के मानवीय चेहरे से जुड़ी हुई है। खाकी ने ये साबित किया है कि ये समझ लेना कि कोई मदद नहीं करेगा, गलत है। दरअसल राजधानी में शुक्रवार की रात साढ़े 9 बजे पुलिस को एक सूचना मिली। इसके मुताबिक एक 90 साल की बुजुर्ग महिला व 72 वर्षीय पुरुष का कोविड संक्रमण के कारण ऑक्सीजन लैवल काफी गिर गया है। जिन्हें अस्पताल ले जाना बेहद जरूरी है, लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आ रहा।
इसके बाद हैड कांस्टेबल तेजा सिंह, कांस्टेबल नीरज मौके पर मदद के लिए पहुंचे। तुरंत ही आईजीएमसी को एंबुलेंस उपलब्ध करवाने का आग्रह किया गया। 72 वर्षीय बुजुर्ग चल पाने की स्थिति में थे, लेकिन 90 साल की बुजुर्ग शीला देवी इस स्थिति में नहीं थी कि वो चल पाए।
अस्पताल कर्मियों के लिए भी उन्हें एंबुलेंस तक ले जाना संभव नहीं था, लिहाजा मौके पर कांस्टेबल नीरज व कांस्टेबल सुरेश ने तुरंत ही पीपीई किट पहनकर बुजुर्ग महिला को एंबुलेंस तक स्ट्रेचर पर पहुंचाया। इसके बाद दोनों ही पुलिस कर्मी आईजीएमसी भी साथ ही गए। संजौली पुलिस के इस मानवीय चेहरे की जानकारी जिसे भी है, वो इसकी प्रशंसा किए बिना नहीं रह पा रहा।