सुंदरनगर, 15 मई : हिमाचल प्रदेश में मई महीने में मौसम बार-बार करवट ले रहा है मौसम के करवट लेने से मंडी जिला के ऊपरी क्षेत्रों में भारी ओलावृष्टि होने के कारण बागवानों की सेब की फसल तबाह हो गई है जिस कारण कोरोना संकट के बीच बागवानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है।

जानकारी देते हुए सुंदरनगर की रोहांडा पंचायत के पूर्व प्रधान प्रकाश चंद ने बताया कि एक तरफ देश और प्रदेश कोरोना महामारी से जूझ रहा है तो वही दूसरी ओर भारी ओलावृष्टि होने से क्षेत्र के बागवानों की करोड़ो रूपये की सेब की फसल बर्बाद हो गई है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि जिस तरह से धर्मपुर और सराज क्षेत्र में सेब के पेड़ों पर जालिया लगाने को लेकर बजट का प्रावधान किया है, उसी तर्ज पर अन्य क्षेत्रों में भी सेब के पेड़ों पर जालिया लगाने का बजट में प्रावधान किया जाए ताकि किसान और बागवान राहत की सांस ले सकें।
उन्होंने कहा कि यहां का बागवान सिर्फ सेब की फसल पर ही निर्भर है अगर इस फसल को भी नहीं बचाया गया तो आने वाले समय में बागवानों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द इस दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया है।