शिमला, 14 मई : हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में कोरोना की दूसरी लहर का संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है। गांवों में कोरोना मृतकों की संख्या में भी बढोतरी हुई है। राज्य में रोजाना संक्रमण के 5 हज़ार के करीब मामले सामने आ रहे हैं, वहीं 60 से ज्यादा लोग इस महामारी से दम तोड़ रहे हैं। कोरोना महामारी को लेकर हिमाचल में कोरोना कर्फ्यू के साथ सख्त पाबंदियां लागू हैं, लेकिन फिर भी कोरोना के मामलों में कोई कमी नहीं आ रही है।
कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों पर नजर डालें तो हाल के दिनों में ग्रामीण इलाकों से बड़ी तादाद में मामले आ रहे हैं, जिस पर शासन-प्रशासन अलर्ट हो गई है। कोरोना की रफ्तार को देखते हुए सम्बंधित जिला प्रशासन ने कई गांवों के मकानों को कंटेन्मेंट जोन बनाया है।
राजधानी शिमला से सटी हलोग-धामी ग्राम पंचायत के हलोग वार्ड में एक साथ 19 पॉजिटिव मामले सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। यहां एक ही परिवार के 9 लोग संक्रमित पाए गए। जिला प्रशासन की टीम ने पूरे वार्ड को सेनेटाइज़ करवाया तथा लोगों को दवाइयां दीं। शिमला के ऊपरी क्षेत्रों रोहडू व रामपुर, नेरवा, चौपाल, जुब्बल, कोटखाई में प्रतिदिन संक्रमण के अनेक मामलों की पुष्टि हो रही है।
हाल ही में हमीरपुर जिले के नादौन उपमंडल की बल्डूहक पंचायत के कोहाल गांव में हुए विवाह समारोह में दूल्हे समेत 21 लोग एक साथ कोरोना संक्रमित पाए गए थे. संक्रमित लोगों में दूल्हे के परिजन भी हैं। उधर, राज्य के जनजातीय जिला किन्नौर व लाहौल-स्पीति के गांवों से भी रोजाना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित जिला कांगड़ा के कई गांव संक्रमण की जद में हैं। गांवों में ज्यादा संक्रमण फैलने से प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है और ग्रामीण क्षेत्र पर ज्यादा फोकस करना शुरू कर दिया है।
कोरोना महामारी की रोकथाम में वैक्सीन बड़ा हथियार है। मगर टीकाकरण की रफ्तार धीमी गति से चल रही है। राहत की बात यह है कि प्रदेश सरकार 18 से 44 वर्ष की आयु वर्ग के लिए टीकाकरण 17 मई से शुरू होगा।
इस बीच मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए पंचायती राज विभाग के प्रतिनिधियों और अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा है कि मास्क और शारीरिक दूरी के साथ प्रदेश सरकार की ओर से जारी निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए।
गौर हो कि प्रदेश की 90 फीसद आबादी गांव में रहती है। प्रदेश की करीब 72 लाख की आबादी में से 7.80 लाख लोग ही शहरी क्षेत्र में रहते हैं, जबकि शेष 64.20 लाख की आबादी ग्रामीण क्षेत्र में आती है।
प्रदेश में अभी तक 16.83 लाख से अधिक सैंपलों की कोरोना जांच की गई है। इनमें डेढ़ लाख से अधिक लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं। एक लाख से अधिक संक्रमित मरीज उपचार के बाद स्वस्थ भी हुए हैं।