बिलासपुर, 13 मई : हिमाचल पथ परिवहन निगम बिलासपुर के बस अड्डे पर हड़ताल के कारण खड़ी निजी बसों को 200 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पार्किंग फीस अदा करनी पड़ेगी। हिमाचल निगम प्रबंधन ने निजी बस आप्रेटरों से पार्किंग फीस वसूलने की तैयारी कर ली है, जिससे घाटे में चल रहे निजी बस आप्रेटरों के ऊपर और अधिक बोझ पड़ेगा।

जानकारी के अनुसार निजी बस आप्रेटरों ने गत 3 मई से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल शुरू की थी। तब से लेकर कुछ बसें बस अड्डा परिसर बिलासपुर में खड़ी की हैं।
बस अड्डा परिसर में खड़ी इन निजी बसों के आप्रेटरों से निगम ने गत 10 मई से पार्किंग फीस वसूलने का निर्णय लिया है। इसके लिए निगम प्रबंधन की ओर से संबंधित बस आप्रेटरों को फोन के माध्यम से सूचना भी दी जा चुकी है कि वे अपनी बसों को यहां से हटा लें, अन्यथा निगम प्रशासन संबंधित निजी बसों से 200 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पार्किंग फीस वसूल करेगा।
इसके बावजूद भी कुछ निजी बस आप्रेटरों ने अपनी बसों को बिलासपुर बस अड्डा से नहीं हटाया है, जबकि घुमारवीं बस अड्डा से निजी बस आप्रेटरों ने अपनी बसों को हटा लिया है। निजी बस ऑपरेटर यूनियन बिलासपुर के प्रधान राजेश पटियाल ने इसे निजी बस आप्रेटरों के हितों से खिलवाड़ करार दिया है। उन्होंने बताया कि निजी बस आप्रेटर पहले ही घाटे में चल रहे हैं। निजी बसें गत 3 मई से खड़ी हैं। निजी बस आप्रेटरों को बैंक व फाइनेंस कंपनियों की किस्त देना मुश्किल हो गया है। ऐसे में प्रतिदिन के 200 रुपए पार्किंग फीस के निजी बस आप्रेटर कहां से देंगे। उन्होंने निगम प्रबंधन से इस फैसले पर पुनविचार करने की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि निजी बसों को सडक़ किनारे खड़ा करना खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में सरकार निजी बसों को खड़ा करने के लिए उपयुक्त स्थान मुहैया करवाए। हिमाचल पथ परिवहन निगम बिलासपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक किशोरी लाल यादव ने बताया कि निजी बसों से पार्किंग फीस वसूल की जाएगी। उन्होंने बताया कि घुमारवीं बस अड्डा से तो निजी बस आप्रेटरों ने अपनी बसों को हटा लिया है लेकिन बिलासपुर अड्डा में अभी तक 7 निजी बसें खड़ी हैं, जिनसे पार्किंग फीस वसूल की जाएगी।