शिमला, 13 मई : कोरोना वायरस की दूसरी लहर हिमाचल प्रदेश में कोहराम मचा रही है। मई महीने में हालात काफी बिगड़ चुके हैं। पिछले 11 दिन में प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस डबल हो गए हैं। हर दिन कोरोना के 4 से 5 हज़ार संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। वहीं 50 से ज्यादा लोग इस महामारी से दम तोड़ रहे हैं।
राज्य में कोरोना महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 2 हज़ार पार कर चुका है। प्रदेश के 4 जिलों कांगड़ा, मंडी, शिमला और सोलन में सबसे बुरा हाल है। पूरे प्रदेश के 60 फीसदी मरीज इन्हीं जिलों में हैं।
मई महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो बीते 12 दिनों में सैम्पल जांच के आधार पर प्रदेश की संक्रमण दर 28 फीसदी से अधिक है। 1 से 12 मई तक प्रदेश में कुल 1,57,941 सैम्पलों की जांच हुई है, जिनमें 43,698 संक्रमित मामले सामने आए हैं। जबकि 543 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। ऐसे में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर 28.66 फीसदी पहुंच गई है। 1 मई तक राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 19,928 थी, जो अब बढ़कर 38,954 पहुंच गई है।
सोचने वाली बात यह है कि 7 मई को कोरोना कर्फ्यू लागू होने के बावजूद भी कोरोना मामलों में कोई गिरावट नहीं आ रही है।
कोरोना महामारी की तेज रफ्तार के चलते मई के 12 दिनों में ही प्रदेश के 43 हज़ार से ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। वहीं, चिंता बढाने वाली बात ये है कि संक्रमण का खतरा प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी बढ़ चुका है।
स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के मुताबिक़ कांगड़ा 11,893 सक्रिय मामलों के साथ सबसे प्रभावित जिला है। मंडी में सक्रिय मामलों की संख्या 4,696, सोलन में 3,950, शिमला में 3,397, हमीरपुर में 3,041, सिरमौर में 2,999, बिलासपुर में 2,865, ऊना में 2,437, चम्बा में 1,945, कुल्लू में 986, किन्नौर में 445 और लाहौल-स्पीति में 304 है।