मंडी, 13 मई : जनपद के पद्धर उपमंडल में हिमाचल में अब तक की सबसे बड़ी अफीम की खेती का पर्दाफाश हुआ है। चौंकाने वाली बात ये है कि रिमोट इलाके में 66 बीघा 14 बिस्वा भूमि में अफीम की खेती की जा रही थी। सफेद रंग के खिले फूलों से खेत काफी मनमोहक भी नजर आ रहे थे। कुछ समय बाद अफीम की फसल तैयार हो जानी थी।

करीब 17 घंटे चले ऑपरेशन में पुलिस को 15 लाख अफीम के पौधे मिले हैं। इसकी गिनती भी आसान नहीं थी। इस बात का अंदाजा आप खुद लगा सकते हैं कि 15 लाख पौधों से कितनी अफीम तैयार होनी थी। निश्चित तौर पर इन पौधों से मिलने वाली अफीम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों रुपए हो सकती थी।
फील्ड के खुफिया नेटवर्क से पुलिस को सूचना मिली थी कि टिक्कन उपतहसील में बड़े स्तर पर अफीम की खेती की जा रही हैै। इसके बाद मंडी से एक पुलिस टीम को वेरीफिकेशन के मकसद से जायजा लेने के लिए भेजा गया। तस्दीक हो जाने के बाद गोपनीय तरीके से एसपी के स्तर पर चार टीमों का गठन किया गया। 12 मई 2021 को सुबह टीमों को गंतव्य की तरफ रवाना किया गया। ओलावृष्टि व बारिश के बावजूद कड़ी मशक्कत के बाद टीमों ने दोपहर 2 बजे के आसपास ऑपरेशन शुरू कर दिया। टीम में शामिल हरेक सदस्य इस बात को देखकर चैंक रहा था कि कैसे इतने बड़े स्तर पर अफीम की खेती करने का साहस जुटाया गया था।
प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि निजी व सरकारी भूमि में खेती की जा रही थी। मौके से पुलिस ने सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे हैं। टीम का नेतृत्व पद्धर के डीएसपी को सौंपा गया था। कानूनी प्रक्रिया के तहत इन पौधों को नष्ट करना भी पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। 17 घंटे के ऑपरेशन को पूरा करने के बाद पुलिस की टीम आज तड़के 3 बजे वापस लौटी। इसी बीच एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने एक मोबाइल नंबर 93172-21001 जारी किया है। इस पर नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों की जानकारी देने का आग्रह किया है।

उधर, एमबीएम न्यूज से बातचीत में एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि पद्धर पुलिस थाना के तहत तीन ऊंचे पहाड़ों पर अफीम की खेती की जा रही थी। आॅपरेशन के दौरान घाटी में ओलावृष्टि व बारिश भी हो रही थी।
एक सप्ताह पहले….
द्रंग इलाके की उप तहसील टिक्कन में ही करीब एक सप्ताह पहले भी पुलिस ने 1, 42,686 अफीम के पौधों को नष्ट किया था। ये खेती 10 बीघा भूमि में फैली हुई थी। इससे पहले भी पुलिस ने 30 हजार पौधों को नष्ट किया था। ये बात काफी हद तक साबित होती जा रही है कि हिमाचल के इस इलाके में अफीम की खेती सबसे अधिक होती है। एसपी शालिनी अग्निहोत्री का ये भी कहना है कि हो सकता है कि राज्य में अब तक अफीम की खेती का ये सबसे बड़ा कैच हो।