नाहन, 12 मई : जन्मभूमि ही नहीं बल्कि कर्मभूमि का भी आप पर हक होता है। इस बात को कालाअंब स्थित अनमोल पॉलीमर के प्रबंधन ने बखूबी समझा है। बेशक की इस प्रबंधन से जुड़े हुए चारों भाइयों का सिरमौर से नाता नहीं था, लेकिन 21 साल पहले जब कालाअंब में उद्योग को स्थापित किया तो कर्मभूमि के प्रति समय-समय पर अपना दायित्व निभाने की कोशिश की गई।

उद्योग में चार भाइयों के प्रबंधन ने कोविड-19 संकट में नाहन में ऑक्सीजन प्लांट लगाने की पेशकश की थी। सोच ये भी थी कि जिस माटी से जीवन भर कमाया है, उसके प्रति संकट की घड़ी में काम आना चाहिए।
इसी बीच केंद्र सरकार ने भी नाहन मेडिकल कॉलेज के लिए एक ऑक्सीजन प्लांट मंजूर कर दिया। इसके बाद श्री कृष्ण अनमोल फाउंडेशन के ट्रस्टी अरविंद कुमार, अनुराग, संजीव शर्मा व राजेश शर्मा ने प्लांट को सराहां में लगाने का निर्णय लिया। सरकार ने भी तुरंत ही अनुमति से जुड़ी तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर दिया। इसके बाद फाउंडेशन द्वारा प्लांट लगाने वाली कंपनी को 10 लाख रुपए की एडवांस राशि भी मुहैया करवा दी है।
कंपनी ने प्लांट को लगाने के लिए लगभग डेढ़ महीने का वक्त मांगा है। हालांकि प्लांट की कीमत 27-28 लाख रुपए थी। लेकिन जीएसटी सहित इसका खर्च 31 से 32 लाख रुपए तक पहुंचेगा। अनमोल पॉलीमर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधन ने नाहन को अपनी कर्मभूमि का दर्जा दिया हुआ है। इससे पहले भी सामाजिक कार्यों में अपनी हिस्सेदारी निभाने में कोई संकोच नहीं करते हैं।
पहले संजीव शर्मा व राजेश शर्मा कालाअंब में अपने उद्योग को संभालने के लिए एक साथ ही नाहन में रहते थे, लेकिन कुछ साल पहले सबसे छोटे भाई राजीव शर्मा अफ्रीका के इथोपिया में सेटल हो चुके है। कंपनी के दिल्ली मुख्यालय में बड़े भाई अरविंद व अनुराग जिम्मेदारी को निभाते हैं। जबकि संजीव शर्मा की जिम्मेदारी कालाअंब प्लांट को संभालने की है।
खैर बड़ी बात यह है कि जिन लोगों की जन्मस्थली सिरमौर रही है उन्होंने अब तक ऐसी कोई पेशकश नहीं की है। लिहाजा इस कदम की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में संजीव शर्मा ने कहा कि फाउंडेशन ने इस कार्य को लेकर किसी से भी कोई जिक्र नहीं किया था, क्योंकि गोपनीय दान ही सबसे अनमोल होता है। उनका कहना था कि उन्हें यह जानकर भी हैरानी हुई कि यह बात एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क के पास पहुंच गई।
उनका कहना था कि 5 मई को ऑक्सीजन लगाने वाली कंपनी को 10 लाख की एडवांस राशि दी गई। बता दें कि राज्य के 2017 के विधानसभा चुनाव में 2 अरबपति विधायक भी चुने गए थे। लेकिन ऐसी जानकारी अब तक कहीं से भी नहीं आई है, जिसमें इस समय समाज में अपना योगदान देने की पेशकश की हो। इसके अलावा सिरमौर में कई नेता पूंजीपति है।