शिमला, 11 मई : राजधानी में नई बंदिशों के साथ कोरोना कर्फ्यू सोमवार को लागू हो गया, जो 17 मई की सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। कोरोना कर्फ्यू में दुकानें निर्धारित समय के अनुसार मात्र 3 घंटे ही खुली रहेंगी। राजधानी में कोरोना कर्फ्यू का खासा असर देखा गया। लोग घरों में ही दुबके रहे। शहर की सड़कों पर सन्नाटा रहा। पुलिस ने जगह-जगह नाके लगाकर वाहनों का निरीक्षण किया।
कोविड नियमों को तोड़कर घरों से बाहर निकलकर निजी वाहनों में जाने वालों के कई चेक पोस्ट पर पुलिस ने चालान काटा है। राजधानी शिमला की सड़कों पर सन्नाटा रहा और पुलिस भी अपनी डयूटी बखूबी निभा रही है। सोमवार सुबह छह बजे से कोरोना कर्फ्यू की नई पाबंदियां लागू हो गई है। कर्फ्यू में सुबह छह बजे से ही पुलिस जगह-जगह तैनात हो गई। पुलिस ने बाहर से आने वाले वाहनों की लगातार चेकिंग की, और इस दौरान बिना मतलब नियमों का पालन न करने वाले लोगों के चालान काटे।
इस दौरान पुलिस ने शहर के विभिन्न जगह पर नाके लगाए और वाहनों में जाने वाले लोगों से जानकारी हासिल की वह कहां जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त जरूरी सेवाओं को लेकर वाहनों में 50 फीसदी कैपेसिटी के साथ लोगों को बिठाया गया। पुलिस ने कई छोटे वाहनों में चालक के साथ बैठे व्यक्ति को पीछे वाली सीट पर भी बैठने के लिए कहा। इसके अतिरिक्त वाहन में सवार लोगों से पुलिस कर्मचारियों ने पहचान पत्र भी चेक किए।
कोरोना कर्फ्यू में बिना काम के घरों से बाहर न निकले और जो लोग बाजार में खरीदारी के लिए आए हैं उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने के लिए पुलिस कर्मचारी लगातार लोगों को लाउड स्पीकरों से अनाउंसमेंट करते रहे। लोअर बाजार समेत कई जगहों पर पुलिस ने लाउड स्पीकरों से लोगों को कोरोना नियमों के बारे में बताया। इसमें कई लोगों से पूछताछ भी की गई और उनसे बाजार आने के बारे में भी पूछा गया। बाजारों में भी जगह-जगह पर पुलिस की गश्त रही।