हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान
ग्राम पंचायत बांदल-कफलाह के राजस्व ग्राम चंजाह के लिए पेयजल योजना विगत वर्ष 2020 में आरंभ हो गई थी। तत्कालीन समय से आज तक इस पेयजल योजना का कार्य आधा-अधूरा छोड़ कर विभाग आंखें मूंदे बैठा है। पाइप लाइन का निर्माण कार्य स्त्रोत स्थल से गांव चंजाह तक बीच में ही छोड़ दिया है। पाइपों की कमी पड़ जाने के कारण इस कार्य को पेंडिंग कर दिया है। विगत वर्ष में गांव के समीप एक हैंडपंप भी होल किया गया था जबकि उसका आधा कार्य हुआ है और हैंडपंप चालू नहीं हुआ है। जबकि लोगों को इसका फायदा मिल सकता था।

जल शक्ति विभाग ने जल मिशन का नारा लगाकर, लोगों को किया गुमराह
जल शक्ति विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा जल मिशन जैसे नारे को देकर घर-घर नल, शुद्ध जल उपलब्ध कराने का निर्णय तो किया है। लेकिन धरातल पर लोगों को गुमराह करने जैसा प्रयास हुआ है। जबकि ग्राम चंजाह के लिए पेयजल योजना बहुत पहले बनी हुई थी और इस योजना का जल स्तर पूरी तरह घट गया है साथ ही साथ स्त्रोत में गंदा मलबा बह रहा है और पूरी गाद लोगों के घर पहुंच रही है। जिसे लोग पीने के लिए मजबूर है। यदि मंदवाड़ी खड्ड से नई योजना चालू हो जाती तो ग्रामीणों को इस कीचड़ भरे पानी से राहत मिल जाती।
उपरोक्त संदर्भ में लंबे समय से ग्रामीणों की जद्दोजहद जल शक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ चलती आ रही है। लेकिन धरातल पर स्थिति का जायजा लेने कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे और समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
ग्रामीणों का आरोप है कि कोरोना जैसी भयानक महामारी के चलते संक्रमण का बहुत खतरा है फिर भी ग्रामीण गंदा पानी पीने के लिए मजबूर है। ग्रामीणों ने बताया कि विभाग ने समय रहते यह उचित कदम नहीं उठाया, तो मजबूरन कोई उच्च कदम लेने से इंकार नहीं किया जा सकता।