शिमला, 06 मई : हिमाचल सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में न्यायिक अधिकारियों और मीडियाकर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित किया है। अब उन्हें प्राथमिकता के आधार पर कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इस सम्बंध में प्रदेश सरकार ने गुरुवार शाम एक सर्कुलर जारी किया है। इसके मुताबिक कोविड टीकाकरण के मकसद से न्यायिक अधिकारियों और मीडिया संस्थानों के कर्मियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की सूची में शामिल किया गया है। अब ये दोनों वर्ग प्राथमिकता के आधार पर कोरोना रोधी टीका लगवाने के लिए योग्य होंगे।
हालांकि गौर करने वाली बात ये है कि हिमाचल सरकार ने अभी तक पत्रकारों को कोरोना वारियर की सूची में शामिल नहीं किया है। पत्रकारों के विभिन्न संगठन प्रदेश सरकार से पत्रकारों को कोरोना वारियर घोषित करने की लगातार मांग करते आ रहे हैं। हालांकि कुछ राज्यों ने पत्रकारों को कोरोना वारियर की कैटेगरी में शामिल किया है। गत 3 मई को प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वहां के पत्रकारों को कोविड योद्धा घोषित किया है। इसके अलावा मध्य प्रदेश, उड़ीसा, कर्नाटक इत्यादि राज्य पत्रकारों को कोरोना वारियर्स घोषित कर चुके हैं।
बता दें कि पत्रकार और मीडिया से जुड़े लोग पिछले एक साल से अधिक समय से अपनी जान जोखिम में डालकर जमीनी स्तर पर महामारी से संबंधित कवरेज कर रहे हैं। आए दिन ना जाने कितने पत्रकार कोरोना की चपेट में आ रहे हैं, बावजूद इसके वे डटे हुए हैं और इस भयंकर बीमारी का सामना कर रहे हैं।