सुंदरनगर, 06 मई : हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ-साथ कोरोना से मौत का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है। ताजा मामले में उपमंडल सुंदरनगर के डोढ़वा क्षेत्र में पिता की मौत के बाद अब 38 वर्षीय बेटे की भी कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। संक्रमित व्यक्ति ने आज सुबह मेडिकल कॉलेज नेरचौक में अंतिम सांस ली। वहीं मृतक का अंतिम संस्कार कोरोना नियमों के तहत घर के नजदीक श्मशान घाट में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की मौजूदगी में किया गया।

मामले में मृतक के पिता का देहांत भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से 12 दिन पहले हो चुका है। मृतक के पिता कैंसर रोग से पीड़ित थे, जिन का इलाज जालंधर में चल रहा था और वह वहीं पर कोरोना संक्रमित पाए गए थे। उन्हें ऐतिहासिक तौर पर मेडिकल कॉलेज नेरचौक रैफर कर दिया गया था। वहीं जब अन्य परिजनों के कोरोना सैंपल लिए गए तो उनका 38 वर्षीय बेटा रैपिड एंटीजन टेस्ट में संक्रमित पाया गया और पत्नी, बहू और पोती आरटी पीसीआर टेस्ट में संक्रमित पाई गई थी।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी संक्रमितो को होम आइसोलेट कर दिया गया। लेकिन जब उनके बेटे की तबीयत बिगड़ी तो उन्हें डेडिकेटेड कोविड-19 हेल्थ सेंटर मातृ शिशु अस्पताल सुंदरनगर रैफर कर दिया गया। लेकिन उनकी तबीयत में सुधार न होने के चलते उन्हें मेडिकल कॉलेज नेरचौक रैफर कर दिया गया था जहां वीरवार सुबह उनकी मौत हो गई। उनकी मौत से क्षेत्र में शोक की लहर है। वही दुःख की बात है कि पिता और बेटे की मौत के बाद परिवार में कोई भी पुरुष नहीं बचा है जिस कारण परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
उधर, ग्राम पंचायत कपाही के प्रधान ओमप्रकाश ने बताया कि क्षेत्र के 38 वर्षीय व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मौत हुई है। उन्होंने कहा कि इनके पिता की भी कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। अब इनके परिवार में कोई भी पुरुष नहीं बचा है। यह बहुत ही चिंतनीय और दुःख का विषय है।