नाहन 05 मई : देश की दूसरी सबसे पुरानी नगर परिषद ने कोविड-19 की दूसरी लहर में घबराए लोगों के लिए राहत भरे फैसले लिए हैं। सबसे अहम फैसला ये लिया गया है कि अगर शहर के 13 वार्डों में मई व जून महीने में कोई भी निधन होता है और अगर परिवार को शव वाहन की आवश्यकता पड़ती है तो यह सुविधा निशुल्क दी जाएगी। साथ ही श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए इस्तेमाल होने वाली लकड़ियों को भी निशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। यह फैसला नगर परिषद के जनरल हाउस में बुधवार को लिया गया है।
नगर परिषद ने कोविड-19 ड्यूटी में लगे करीब एक दर्जन कर्मचारियों को भी मई व जून में अतिरिक्त वेतन देने का फैसला लिया है। इन कर्मचारियों को 2 महीनों में 5000 रुपये की अतिरिक्त राशि दी जाएगी। इसके अलावा सफाई व सेनिटाइजेशन में लगे कर्मचारियों को 2000 रुपये का अनुदान मई व जून महीने के वेतन के साथ दिया जाएगा।
यही नहीं, नगर परिषद ने दुकानदारों, व्यापारियों व लोगों को भी राहत दी है। इसके मुताबिक मई व जून के महीने में हाउस टैक्स व किराए का भुगतान न होने पर कोई भी पेनल्टी नहीं लगेगी। इसके अतिरिक्त डोर टू डोर गार्बेज एकत्रित करने की राशि में भी दो महीनों के लिए पूरी तरह से छूट रहेगी।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी ठाकुर अजमेर सिंह ने एमबीएम न्यूज़ से बातचीत में कहा कि समाज में मिलजुल कर कोशिश करने से कोविड-19 को हराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शव वाहन व अंतिम संस्कार की लकड़ियां उन परिवारों को भी निशुल्क मिलेगी, जिनके परिवार के सदस्य का निधन नॉन कोविड कारणों से भी हुआ हो। बता दें कि नगर परिषद शव वाहन का शुल्क 800 वसूलती है, जबकि 12 से 14 मन लकड़ियों की कीमत 3 से 5 हजार के बीच रहती है।
कार्यकारी अधिकारी ने यह भी बताया कि शमशान घाट पर तैनात कर्मचारियों को भी अतिरिक्त अनुदान दिया जाएगा। बहरहाल,हिमाचल में शायद नाहन नगर परिषद ही पहला शहरी निकाय होगा, जिसने जनहित में इस तरह का कदम उठाया है।
बैठक की अध्यक्षता नगर परिषद अध्यक्षा श्यामा पुंडीर ने की, जबकि अन्य पार्षद व अधिकारी भी मौजूद रहे।