वैश्विक महामारी की आड़ में इस स्तर पर तो नहीं की जा रही थी खेती, जांच पर नजरें
मंडी, 4 मई : हिमाचल के मंडी जनपद के पद्धर इलाके में अफीम की बड़ी खेती का पर्दाफाश हुआ है। खास बात यह है कि 10 बीघा भूमि में अफीम की खेती की गोपनीय सूचना एसपी शालिनी अग्निहोत्री को ही आधिकारिक फोन नंबर पर मिली थी। पहले पुलिस ने गोपनीय तरीके से सूचना को सत्यापित किया। इसके बाद 21 घंटे ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।

पुलिस थाना पद्धर के अंतर्गत उप तहसील टिक्कान में अफीम की खेती की जा रही थी। ऑपरेशन को तीन टीमों में विभाजित किया गया। सोमवार दोपहर साढे़ 12 बजे टीमें रवाना हुई। लगभग साढ़े तीन घंटे की ट्रैकिंग के बाद पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। टीम का हर सदस्य उस समय हैरान रह गया, जब पाया गया कि एक बड़े भू खंड में बेखौफ होकर अफीम की खेती की जा रही है। पुलिस की टीमों ने करीब 10 बीघा निजी व सरकारी भूमि में लगभग 1,42,686 पौधों को बरामद किया है।
हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि हिमाचल में इतने बड़े पैमाने पर अफीम की खेती का पहले पर्दाफाश हुआ है या नहीं। लेकिन इतना जरूर है कि सिरमौर में कुछ साल पहले बड़े स्तर पर अफीम की खेती का खुलासा हुआ था। बहरहाल, ताजा मामले में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत 6 मामले दर्ज किए हैं। पद्धर के डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम कानूनी प्रावधानों के अनुसार पौधों को नष्ट करने की कार्रवाई शुरू कर रही है।

बता दें कि मौके से पुलिस टीमें 4 मई की सुबह साढ़े 7 बजे मौके से लौटी है। इतना तय है कि हाल ही के वर्षों में नशे के खिलाफ इस तरह का सबसे बड़ा एकल कैच है। पुलिस इस बात की जांच भी कर रही है कि क्या कोविड की आड़ में इस स्तर पर अफीम की खेती करने का साहस तो नहीं जुटाया गया था। इस स्तर पर अफीम की खेती अमूमन करने का साहस कोई नहीं जुटाता है।
मंडी की एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने एमबीएम न्यूज से बातचीत में कहा कि मामले की जांच जारी है। 6 मामले दर्ज किए गए हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया भी जारी है। उन्होंने बताया कि इस तरह की जानकारी उन्हें मोबाइल नंबर 93172-21001 पर सीधे दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि जानकारी को गुप्त रखा जाएगा।
एसपी ने लोगों से नशाखोरी के खिलाफ लड़ाई में मदद करने की अपील की है। एसपी ने कहा कि जानकारी देने वाले की पहचान सुरक्षित रखी जाएगी ओर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पुलिस की होगी।