मंडी, 3 मई : जिला में कोरोना की दूसरी लहर का कहर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह के आंकड़ों से पता चल रहा है कि यहां टेस्ट करवाने वाला हर तीसरा शख्स पॉजिटिव पाया जा रहा है। पहले टैस्ट करवाने वालों में से 13 प्रतिशत की पॉजिटिव मिल रहे थे लेकिन अब इनकी संख्या बढ़कर 30 प्रतिशत तक पहुंच गई है।

अप्रैल महीने के अंतिम सप्ताह के चिंताजनक आंकड़ों को जारी करते हुए उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मई महीने में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी की आशंका जताई गई है। उन्होंने बताया कि संक्रमण की दर शहरी क्षेत्रों में घट रही है जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही है। पहले शहरी क्षेत्र के अधिक लोग पॉजिटिव पाए जा रहे थे लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अधिक संख्या में पॉजिटिव मिल रहे हैं। शहर में 39 जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 61 प्रतिशत लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं।
अप्रैल के महीने में जिला में 4500 नए मामले सामने आए जिनमें आधे से ज्यादा ठीक हुए जबकि जिला में अब 2251 एक्टिव केस हैं। इनमें 189 अस्पतालों में उपचाराधीन हैं जबकि बाकी होम आइसोलेशन में हैं। जिला में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अभी तक 61 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने जिला के लोगों को भरोसा दिलाया है कि प्रशासन कोरोना की हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से प्रयासरत है। मेडिकल कालेज नेरचौक, बीबीएमबी हॉस्पिटल सुंदरनगर, एमसीएच सुंदरनगर और रत्ती हॉस्पिटल को कोविड हास्पिटल के रूप में बदल कर यहां ऑक्सीजन सुविधा वाले 355 बिस्तरों की व्यवस्था कर दी गई है जिनमें से 166 बिस्तर अभी भी पूरी तरह से खाली पड़े हैं। इस क्षमता को लगातार बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने लोगों से आहवान किया है कि वे कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए कम से कम संख्या में घरों से बाहर निकलें और सावधानियां बरतें, तभी इस महामारी से पार पाया जा सकेगा।