बिलासपुर, 1 मई : कोरोना वायरस की महामारी चारों तरफ कोहराम मचा रही है। इस महामारी के कारण लोगों की जिंदगियां भी जा रही हैं। इतने ङ्क्षचता जनक माहौल में भी लोग बेपरवाह हैं। लोग कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा रहे हैं। प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार शादियों के लिए ही स्वीकृति मिल रही है। धामों पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जा चुका है। शादियों में सिर्फ 20 लोगों को ही शामिल होने की स्वीकृति मिल रही है।

बावजूद इसके लोग धड़ल्ले से धामों का आयोजन करने में लगे हुए हैं। 20 लोगों की अनुमति मिलने के बावजूद सैकड़ों लोगों के लिए खाना बनाया जा रहा है, जोकि कोविड-19 संक्रमण के चलते लापरवाही का कारण बन रहा है। जिससे लोगों की जान मुश्किल में पड़ रही हैं। पहली मई को हालांकि छुट्टी का दिन था। बावजूद इसके सरकारी अमला गांव-गांव में जाकर अपनी ड्यूटी निभा रहा था।
घुमारवीं के एसडीएम शशि पाल शर्मा तथा अन्य सेक्टर अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में ड्यूटी करते हुए नजर आए। आज शनिवार को अधिकारियों ने 18 जगहों का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान 15 जगहों पर सारी व्यवस्था कोरोना प्रोटोकॉल के अनुरूप पाई गई, जबकि तीन जगहों पर कानून की धज्जियां उड़ाई गई। गांव भपराल में एक शादी समारोह में जितने लोगों के लिए अनुमति मिली थी, उससे कहीं अधिक लोगों के लिए भोजन तैयार किया गया था जोकि सरकारी दिशा निर्देशों का उल्लंघन माना गया। गांव के इस व्यक्ति को जुर्माना लगाया गया।
घुमारवीं नगर परिषद के अंतर्गत आने वाले गांव दकड़ी में दो लोगों को शादी के लिए अनुमति मिली थी। इन दोनों परिवारों ने आज शनिवार धाम का आयोजन रखा था जबकि धाम के लिए किसी भी प्रकार की कोई भी अनुमति प्रदान नहीं की गई थी। सेक्टर अधिकारियों ने इन दोनों लोगों को जुर्माना लगाया।
एसडीएम शशि पाल शर्मा ने बताया कि 3 लोगों को के खिलाफ दंडनीय कार्रवाई अमल में लाई गई है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि धामों के आयोजन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया गया है। बावजूद इसके लोग धामों का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शादी के लिए अनुमति लेते समय 20 लोगों के नाम लिखित रूप में देने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि शादी समारोह में यही 20 लोग शामिल हो सकते हैं। इनके अलावा कोई व्यक्ति शादी में शामिल होता है तो आयोजक के खिलाफ दंडनीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।