सोलन, 1 मई : अर्की उपमंडल में 40 साल से लुटरू गुफा में रहने वाले 69 वर्षीय बाबा श्री श्री कृपाल भारती को समाधि देने के मामले ने तूल पकड़ा है। कोविड-19 के नियमों के उल्लंघन पर मामला दर्ज किया गया है। बाबा एमएमयू कुम्हारहट्टी में उपचाराधीन थे। वीरवार को बाबा का निधन हो गया था। बाबा को समाधि देने की सूचना प्रशासन को नहीं दी गई। अंतिम संस्कार के प्रोटोकाॅल की अवहेलना पर मामला दर्ज किया गया है।

अर्की पुलिस ने एसडीएम विकास शुक्ला की शिकायत पर मामला दर्ज किया है। नगर पंचायत के अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने प्रशासन के अधिकारिक व्हाटसएप ग्रुप में समाधि देने को लेकर जानकारी दी थी। अब प्रशासन ने समाधि के समय मौजूद लोगों को होम क्वारंटाइन भी कर दिया है। शिकायत में कहा गया था कि बाबा को मृत्यु के बाद मंदिर में लाया गया था। बाकायदा रीति-रिवाज के तहत समाधि दी गई है।
इस दौरान सुरक्षा उपायों का भी उल्लंघन किया गया। समाधि देने वालों ने बेशक ही अनुमति नहीं ली थी, लेकिन बगैर प्रचार के ही समाधि की रिवायत को पूरा कर दिया, ताकि भीड़ न जुटेे। एफआईआर में बाकायदा उल्लंघन करने वालों को सीधे नामजद किया गया है। बता दें कि नाहन में भी प्राचीन कालीस्थान मंदिर के राजगुरू का निधन हो गया था, मगर मंदिर कमेटी ने बाकायदा प्रशासन को इसकी सूचना देने के बाद राजगुरू को समाधि दी थी। इस दौरान पीपीई किट में 4 से 6 लोग ही मौजूद थे।
ये है कुछ खास बातें…
बाबा भारती के निधन से अनुयायियों में शोक की लहर दौड़ गई थी। बाबा शीलनाथ की समाधि के बाद वो पहली बार अर्की आए थे। ऐसा भी माना जाता है कि माता ने उनको जन्म के समय ही त्याग दिया था। वो निरंजनी अखाड़ा हरिद्वार से संबंध रखते थे।