नाहन, 30 अप्रैल : हालांकि, मेडिकल काॅलेज के विवाद अकसर सामने आते रहते हैं। लेकिन, शुक्रवार को ऐसा इत्तफाक हुआ कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही ऐसे संगीन आरोप सामने आ गए, जब वो कोविड वार्ड का ही जायजा लेने पहुंचे थे। इंसानियत के नाते लाजमी तौर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का कलेजा भी अपनी आंखों से स्थिति को देखकर पसीज गया होगा। आपको, क्रमवार बताते हैं, शुक्रवार को क्या-क्या हुआ…

सीएम पहुंचे तो बाहर पाॅजिटिव महिला रही थी तड़प…
वैश्विक महामारी में शायद ही ऐसा पहले हुआ होगा, जब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी आंखों से किसी कोविड सैंटर के बाहर एक ऐसी पाॅजिटिव महिला को तड़पते हुए देखा होगा, जब भीतर उसके पति की मौत हो चुकी थी। महिला के साथ आई एक तिमारदार महिला ने तो ऐसे आरोप लगाए, जिसकी जांच की हामी भरने के लिए भी कोई तैयार नहीं हुआ।
महिला के मुताबिक कोरोना संक्रमित महिला के पति की मौत हो चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद दिखावे के लिए ऑक्सीजन दी जाने लगी। रेमडिसिवर इंजेक्शन देने की भी बात की जाने लगी। पहले तो परिजन शव को ले जाने को भी तैयार नहीं थे, लेकिन जैसे-तैसे शव को कोविड सैंटर से निकलवा दिया गया।
सीएम साहब, कोविड वार्ड में नेत्र विशेषज्ञ की डयूटी…
निजी स्कूल में तैनात शिक्षिका ने भी गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि क्रिटिकल स्थिति में जब डयूटी पर तैनात डाॅक्टर से बात की गई तो उनका कहना था कि वो नेत्र विशेषज्ञ हैं। वो तो केवल डयूटी कर रहे हैं। तत्काल प्रभाव से कोई राहत नहीं दे सकते हैं।
ऐसा भी बताया जा रहा है कि नेत्र विशेषज्ञ ने दिन के वक्त ओपीडी में डयूटी की थी। हालांकि मेडिकल काॅलेज के मेडिसन विभाग में चार डाॅक्टर तैनात हैं। निश्चित तौर पर संख्या बढ़नी चाहिए, मगर ये भी हकीकत है कि क्रिटिकल परिस्थिति में मरीज को मेडिसन विभाग के ही विशेषज्ञ देख सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग से राजगढ़ में तैनात मेडिसन विशेषज्ञ को नाहन मेडिकल काॅलेज में डैपुटेशन पर भेजने की मांग हुई।
15 घंटे के भीतर 7 की मौत…
सीएम के नाहन आने की सूचना वीरवार शाम 5 बजे के आसपास पता चली। कोविड वार्ड में सीएम के नाहन पहुंचने से पहले ही तीन मरीजों की मौत हो गई। इसके अलावा सराहां व नाहन के एक निजी अस्पताल में एक-एक मौत हुई। जानकारी यह भी है कि एक ने पीजीआई में दम तोड़ा तो एक का निधन हरियाणा के नारायणगढ़ में हो गया।
सीएम से सवाल…
एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने मेडिकल काॅलेज की अव्यवस्था को लेकर सीएम से पत्रकारवार्ता में तीखा सवाल पूछा। इसमें 7 के निधन की बात बताई गई, साथ ही आज उनके सामने आए हालातों के बारे में भी प्रतिक्रिया पूछी। जवाब में सीएम ने कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। जल्द ही तमाम बातों को सुधार लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि डिग्री काॅलेज व आयुर्वेदिक भवन में कोविड मरीजों के बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव है।
उम्मीद…
ऐसी उम्मीद है कि तमाम हालातों की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर जल्द ही ठोस कदम उठाएंगे। हालांकि एमबीएम न्यूज नेटवर्क को मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने सरप्लस चिकित्सकों की तैनातीस मेडिकल काॅलेज में करने का खाका तैयार कर लिया है। देखना ये होगा कि राजगढ़ से चिकित्सकों को नाहन भेजने में सरकार सफल हो पाती है या नहीं, क्योंकि अधिकतर सोलन से अप-डाउन करते हैं।