नाहन, 30 अप्रैल : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सुबह सवा 10 बजे के आसपास शहर में लैंड होते ही डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज में भी कोविड वार्ड में दाखिल मरीजों केे संगीन आरोप भी सामने आने लगे। बता दें कि मेडिकल काॅलेज सर्किट हाऊस से चंद मीटर की दूरी पर है। यहां कुछ देर रूकने के बाद मुख्यमंत्री को समीक्षा बैठक के लिए रवाना होना था।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने मेडिकल काॅलेज का भी जायजा लेना था। जैसे ही सीएम का काफिला मेडिकल काॅलेज के कोविड वार्ड के समीप पहुंचा, वैसे ही पांवटा साहिब की एक महिला ने सीएम के सामने ही रो-रो कर बताया कि उसने अपने पति को हमेशा के लिए खो दिया है। इसकी वजह मेडिकल काॅलेज के चिकित्सकों की लापरवाही है।
इसी बीच कोविड वार्ड के भीतर से कुछ वीडियो भी सामने आ गए हैं। इसमें परिजन साफ तौर पर चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। एक वीडियो में मेडिकल काॅलेज के चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. श्याम कौशिक समझाते हुए भी नजर आ रहे हैं, लेकिन परिजन लगातार आरोपों की बौछार कर रहे हैं।
मिल रही जानकारी के मुताबिक करीब 20 घंटे के भीतर कोविड संक्रमित 6 लोगों की मौत हुई है। इसमें तीन की नाहन मेडिकल काॅलेज में निधन की सूचना है, जबकि एक की मृत्यु सराहां में हुई है। इसके अलावा नाहन मेडिकल काॅलेज से एक मरीज को पीजीआई रैफर किया गया था, जिसकी भी मौत हो जाने की अपुष्ट खबर है। इसके अलावा पालियों क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति की हरियाणा के नारायणगढ़ अस्पताल में मौत हो गई।
अंतिम समाचार के मुताबिक मुख्यमंत्री की नाहन में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक शुरू हो चुकी है, लिहाजा मौतों से जुड़े आंकड़े की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। वीरवार को मेडिकल काॅलेज के प्रिंसीपल व मेडिकल अधीक्षक को डीसी की मौजूदगी में आयोजित पत्रकारवात्र्ता में खासी खरी-खोटी सुननी पड़ी थी।
बताया ये भी जा रहा है कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम तय होते ही मेडिकल प्रशासन ने एक वेंटिलेटर को आधी रात को क्रियाशील कर लिया है। खैर, अब देखना इस बात को होगा कि मुख्यमंत्री देश को रेमडिसिवर इंजेक्शन के साथ-साथ ऑक्सीजन देने वाले जिला में बिगड़ती व्यवस्था को नियंत्रित करने के मकसद से क्या कदम उठाते हैं।
खास बात यह है कि जिस समय कोविड वार्ड के बाहर परिजनों द्वारा काॅलेज प्रशासन की पोल खोली जा रही थी, उस समय कैबिनेट मंत्री सुखराम चौधरी, सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व स्पीकर डाॅ. राजीव बिंदल, खाद्य आपूर्ति निगम के उपाध्यक्ष बलदेव तोमर के अलावा बीजेपी के शीर्ष नेता मौजूद थे, जो शायद ऐसे हालात को लेकर शर्मिंदगी महसूस कर रहे होंगे।