नाहन, 29 अप्रैल : आपकी व हमारी सुरक्षा के मकसद से सिरमौर प्रशासन ने शनिवार व रविवार को पूर्णतः लाॅकडाउन के संकेत दिए हैं। बशर्ते इन दो दिनों में कोई दिहाड़ीदार भूखा न सोए। वीरवार दोपहर मेडिकल काॅलेज के प्रिंसीपल व एमएस की मौजूदगी में प्रशासन ने पत्रकारवार्ता में लाॅकडाउन के संकेत दिए हैं।

उपायुक्त आरके परुथी ने कहा कि शनिवार व रविवार को संपूर्ण लाॅकडाउन को लेकर खाका तैयार किया जा रहा है। केवल चिंता एक ही बात की है कि संपूर्ण लाॅकडाउन के दौरान कोई भी गरीब भूखा न रहे। इसके लिए व्यवस्था बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि फूड पैकेट सप्लाई के लिए व्यवस्था कर ली गई है। ऐसे मजदूरों को चिन्हित किया जा रहा है, जो रोजाना की दिहाड़ी से घर का चूल्हा जलाते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि सिरमौर में टैस्टिंग को तवज्जो दी जा रही है। अब तक 19.32 प्रतिशत आबादी की टैस्टिंग कर ली गई है। इस समय कुल टैस्टिंग में से संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की प्रतिशतता 5.94 है। ये अलार्मिंग है। इसके लिए सामूहिक तौर पर कदम उठाने पडेंगे। उपायुक्त ने बताया कि मंगलवार तक सिरमौर में 745 शादियों के लिए अनुमति ली गई है।
उपायुक्त ने कहा कि वैश्विक महामारी में अप्रैल का महीना सबसे कठिन रहा है। उन्होंने बताया कि पाॅजिटिव पाए जाने वालों की प्रतिशतता 6 तक भी पहुंची थी, लेकिन धीरे-धीरे नियंत्रित हो गई थी। उन्होंने कहा कि सिरमौर में डबल स्ट्रैन की वजह से आंकड़ा बढ़ रहा है। कुछ समय पहले यूके का स्ट्रैन भी पाया गया था। उपायुक्त ने कहा कि अप्रैल माह में ही जबरदस्त उछाल आया। अब तक 8820 मामले सामने आ चुके हैं। रिकवरी रेट 75 फीसदी के आसपास चल रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि जनपद में ऐसी पंचायतें भी हैं, जहां कोविड का एक भी मामला सामने नहीं आया है। लिहाजा, इन पंचायतों के बचाव के लिए 6 मोबाइल वाहन तैनात किए जा रहे हैं, ताकि जागरूकता को लेकर ठोस कदम उठाए जा सकें। उन्होंने कहा कि नाहन, पांवटा साहिब व पच्छाद उपमंडलों में स्थिति सबसे अधिक चिंताजनक है।
पत्रकारवार्ता में मौजूद मेडिकल काॅलेज के प्रिंसीपल एमके महेंदू्र व मेडिकल अधीक्षक डाॅ. श्याम कौशिक को लचर व्यवस्था के लिए मीडिया की खरी-खोटी सुननी पड़ी। एमएस ने बताया कि एनेस्थीजिया के 8 विशेषज्ञ मौजूद हैं, जबकि मेडिसन में डाॅक्टरों की संख्या 4 है। उनका कहना था कि वो जल्द ही दो वेंटिलेटर्स को क्रियाशील कर देंगे। उन्होंने माना कि स्थिति भयावक होती जा रही है। इसके लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता होगी।