मंडी, 30 अप्रैल : जिला प्रशासन ने कोरोना मामलों की रोकथाम के लिए कुछ और सख्त निर्णय लेकर पाबंदियां बढ़ा दी हैं। इसके तहत अब जिला में होने वाले शादी समारोहों के दौरान परोसी जाने वाली मंडयाली धाम और अन्य सामूहिक भोजों पर एक मई से पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। अब जिला भर में शादी समारोह तो होंगे लेकिन उसमें मंडयाली धाम न तो बनाई जाएगी और न ही परोसी जाएगी।

वहीं जिन लोगों के शादी समारोह 1 मई के बाद हैं और उन्होंने इसके लिए प्रशासन से अनुमति ले रखी है तो उस धाम की उस अनुमति को भी अब तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया गया है। हालांकि शादी की अनुमति पहले की तरह जारी रहेगी। लेकिन धाम नहीं परोसी जा सकेगी। वहीं जिला प्रशासन ने देवी-देवताओं की शोभायात्राओं और मेहमानवाजी पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी है। यह रोक बीती शाम यानी 28 अप्रैल से जिला भर में लागू कर दी गई है।
उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि जिला में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि अभी स्थिति सामान्य है लेकिन लोग शादी समारोहों के नाम पर भीड़ एकत्रित करने से नहीं मान रहे हैं। ऐसे में संक्रमण बढ़ने का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है जिसके चलते कुछ और सख्त निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने लोगों से प्रशासन द्वारा जारी दिशा- निर्देशों का पालन करने का आह्वान किया है।