नाहन, 28 अप्रैल : हिमाचल ने बुधवार सुबह एक नामी शिक्षाविद को खो दिया। शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान देने वाले आरके दुग्गल का सराहां कोविड-19 अस्पताल में निधन होने का दुखद समाचार मिला है। उनके निधन के बाद समूचे शिक्षा क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। शिक्षा के जगत में अनुकर्णीय योगदान देने वाले दिवंगत राजेंद्र कुमार दुग्गल को स्टेट व नेशनल अवार्ड भी मिल चुके थे। जीवन के अंतिम पड़ाव में भी वह युवाओं का भविष्य सुधारने की भरसक कोशिश में लगे रहे, इसी के चलते पावंटा साहिब में एक शैक्षणिक संस्थान को भी चला रहे थे।

भौतिक विज्ञान के स्कूल प्रवक्ता रहने के साथ- साथ राज्य में प्राथमिक शिक्षा के विस्तार को उन्होंने अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में बतौर प्रधानाचार्य भी कार्यरत रहे। जानकारी के मुताबिक चंद दिनों पहले ही वह कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद मेडिकल कॉलेज से दिवंगत दुग्गल को तरह के सराहां अस्पताल रैफर किया गया था, मगर ऑक्सीजन के लैवल में लगातार गिरावट आने से उन्होंने आज सुबह दम तोड़ दिया।
बता दें कि दिवंगत दुग्गल की पत्नी स्वर्गीय शशि दुग्गल ने भी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रह चुकी सीता गोसाई को भी जीवन के शुरुआती दौर में स्वर्गीय शशि दुग्गल से ही हॉकी के टिप्स दिए थे। उनकी पत्नी का 2019 में निधन हो गया था। शिक्षा के क्षेत्र में दुग्गल दंपति की पहचान समूचे प्रदेश में रही है। मिलनसार स्वभाव के दिवंगत राजेंद्र कुमार दुग्गल हमेशा ही एक पॉजिटिव ऊर्जा के साथ मिला करते थे। संक्रमित होने से पहले भी शिक्षा की अलख जगाने में सक्रिय रहे।
छोटे भाई सतीश दुग्गल ने कहा कि भाई के चले जाने से परिवार को बड़ा सदमा लगा है। 19 सितंबर 1948 को जन्मे शिक्षाविद राजेंद्र कुमार दुग्गल की पार्थिव देह का अंतिम संस्कार कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय श्मशान घाट पर किया जा रहा है। दीगर है कि सिरमौर में कोरोना से 14 घंटे में तीन का निधन हुआ है। मंगलवार शाम नाहन मेडिकल कॉलेज में शिलाई व पांवटा साहिब के दो लोगों ने दम तोड़ दिया था। बता दे कि सराहां कोविड-19 अस्पताल तक भी वेंटिलेटर सुविधा उपलब्ध नहीं है।
चंद रोज पहले ही शहर ने नामी शिक्षाविद व समाज सेविका के अलावा नगर परिषद के पूर्व अध्यक्षा रेखा तोमर को भी कोरोना की वजह से खो दिया था।