शिमला, 25 अप्रैल : तेंदुआ कितना खतरनाक जानवर है, इससे सब वाकिफ हैं। वह पलक झपकते ही किसी का भी काम तमाम कर देता है। ऐसे में सोचिए जब वह घर में पहुंच जाए तो क्या होगा? कुछ ऐसा ही हुआ ठियोग तहसील के अंतर्गत आने वाले कुठाड़ इलाके के बागेश्वर गांव में जब एक एक नर तेंदुआ दिनदहाड़े रिहायशी घर में घुस गया।

इस खतरनाक जानवर ने घर के बरामदे में मौजूद मां और बेटी पर हमला कर दिया। तेंदुए ने दोनों को जख्मी कर दिया। मां-बेटी को बचाने आये उनका एक पड़ोसी भी तेंदुए के हमले में चोटिल हुआ है। तेंदुए के हमले से गांव में हडक़म्प मच गया। देखते ही देखते गांव के लोगों ने जुटकर शोर मचाना शुरू कर दिया औरकिसी तरह मां-बेटे व उनके पड़ोसी को तेंदुए के चंगुल से बचाया। गांववालों ने हमलावर तेंदुए को मौत के घाट उतार दिया।
सूचना मिलने पर वन विभाग के वन रक्षक प्रकाश शर्मा मौके पर पहुंचे और नर तेंदुए के शव को कब्जे में लिया। इस घटना का पता लगते ही देहा थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की पड़ताल शुरू की। तीनों घायलों को सिविल अस्पताल ठियोग में भर्ती किया गया है, जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
घायलों में 32 वर्षीय अनिता शर्मा पत्नी ओम प्रकाश व बेटी 11 वर्षीय स्नेहा और देवराज पुत्र पूर्ण चंद शामिल हैं।
ठियोग के डीएसपी कुलविंदर सिंह ने बताया कि दिन में 4 बजे के करीब तेंदुए ने घर के बरामदे में मां-बेटी पर हमला बोला था। पुलिस के दल को घटनास्थल पर नर तेंदुआ मृत मिला। तेंदुए के हमले में घायल मां- बेटी सहित 3 लोगों का ठियोग अस्पताल में उपचार चल रहा है।