शिमला, 24 अप्रैल : हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के विधायक बेटे विक्रमादित्य ने हेलीकॉप्टर विवाद पर जयराम सरकार का समर्थन किया है। एक तरफ जहां नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने शनिवार को सरकार को इस मामले पर घेरा, वहीं विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पिछले काफी समय से मुख्यमंत्री के उड़न खटोले पर विवाद चला हुआ है। जैसा आप जानते हैं हमने हमेशा सही को सही और गलत को ग़लत कहने में विश्वास रखा हैं।

उन्होंने कहा कि जहां तक इस हेलीकॉप्टर की बात है हमें लगता है कि बेशक़ यह महंगा ज़रूर हैं (जो हमें विश्वास हैं ग्लोबल टेंडर से शॉर्टलिस्ट हुआ हैं) मगर यह 18 सीटर विमान प्रदेश हित में है, हमें याद रखना चाहिए कि यह हेलीकॉप्टर केवल मुख्यमंत्री के लिए नहीं, अपितु दुर्गम क्षेत्र में फंसे लोगों को शिमला आदि और शहरों में लाने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में लाहौल स्पीति, पांगी भरमौर, डोडरा क्वार जैसे दुर्गम क्षेत्र में फंसे लोगों को लाने के लिए यह हेलीकॉप्टर बहुत आवश्यक है, जिसका उदाहरण कई बार हमने पूर्व में देखा हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि हिमाचल ही नहीं हर राज्य के पास अपना विमान है, और जहां मुख्यमंत्री इसका इस्तेमाल अपने सरकारी कार्यों के लिए करते हैं, वहीं आपातकाल की परिस्थिति में इस विमान का इस्तेमाल प्रदेश के और लोगों के लिए पूर्व की तरह भविष्य में भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत से अन्य मामलों में सरकार को घेरा जा सकता है, परंतु यह उन में से नहीं हैं, इस महामारी के समय में इस हेलीकॉप्टर की प्रदेश को पहले से ज्यादा आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भगवान न करे नासिक जैसी कोई घटना हिमाचल में हो जाएं और मरीजों को “एयर लिफ़्ट” करना पड़े या ऑक्सीजन सप्लाई दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचानी पडे तो सरकार किसके पास हाथ फैलाती रहेगी।
विधायक ने ये भी कहा कि अगर किसी को विचार बुरे लगे, तो हम उसके लिए क्षमा प्रार्थी है, परंतु हम हमेशा तथ्य और तर्क के साथ, अपने विचार रखते रहेंगे। कुल मिलाकर ये बात सही है कि सरकार अगर सही करे तो तारीफ भी होनी चाहिए विपक्ष की भूमिका हमेशा आलोचना की नहीं होनी चाहिए। बता दे कि विवाद बढ़ने के बाद कैबिनेट बैठक के बाद मंत्री सुरेश भारद्वाज ने सफाई भी दी थी।