घुमारवीं, 24 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश में जब भी दुकानदारों को कोरोना की भनक लगती है तो गरीब जनता पर हाथ साफ करने लग जाते हैं। किसी भी दुकान पर रेट लिस्ट नहीं मिलेगी और मनमाने रेट लगा दिए जाते हैं। जिला में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक मटन विक्रेता ने अपनी मनमर्जी के रेट बना लिए थे और पिछले कई महीनों से लोगों को सरेआम लूट रहा था।

मामला बिलासपुर जिला के घुमारवीं उपमंडल के बाजार दधोल का है, जहां एक मटन विक्रेता के खिलाफ कई शिकायतें मिल रही थी। शुक्रवार को विभाग की टीम ने विभाग के कर्मचारी को ग्राहक बनाकर भेजा लेकिन एक किलो मटन का रेट 500 रुपये वसूला गया। जब ग्राहक ने पूछा कि प्रशासन ने मटन का रेट 400 रूपए तय किया है और आपने 500 रूपय लगाया है, लिस्ट भी नहीं लगाई है, लेकिन मटन विक्रेता गलती मानने के बजाय बहस करने लग गया। इतने में खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर विनोद कपिल आ गए उन्होंने रेट लिस्ट न लगाने व निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा वसूलने पर मटन विक्रेता को 15000 जुर्माना वसूला गया तथा इस तरह की दोबारा न करने के निर्देश दिए।
जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के नियंत्रक ब्रजेश पठानिया ने बताया कि विभाग के इंस्पेक्टर विनोद कपिल ने मटन विक्रेता से मटन के रेट अधिक वसूलने व रेट लिस्ट न लगाने के कारण 15000 जुर्माना वसूला गया है और विभाग आगामी कार्रवाई कर रहा है। उपभोक्ताओं के साथ इस तरह की मनमानी सहन नहीं की जाएगी।