शिमला, 23 अप्रैल : अप्रैल के महीने में शिमला में मौसम अलग ही रंग दिखा रहा है। यहां की वादियों में कुदरत ने सफेद चादर बिछा दी है। शुक्रवार को अप्पर शिमला के नारकंडा, शिलारू, मतियाणा, संधू, दलोग घाटी, कंदरू, खड़ा पत्थर और खिड़की इत्यादि क्षेत्रों में ताजा हिमपात हुआ, जिससे अप्पर शिमला की अधिकांश सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है।

मौसम के इस मिजाज ने लोगों को विंटर सीजन का एहसास करा दिया। इस बेमौसमी बर्फबारी का सेब के बगीचों पर प्रतिकूल असर पड़ा है। बर्फबारी से सेब के फूल और टहनियां टूटकर गिर गई हैं। सेब पौधों को ओलावृष्टि से बचाने के लिए लगाए गए एंटीहेल नैट भी बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। अप्पर शिमला सेब के उत्पादन को लेकर खास पहचान रखता है और यहां आजीविका का मुख्य जरिया सेब उत्पादन है। लेकिन, इस बर्फबारी ने बागवानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
बागवानों का कहना है कि अप्रैल माह की बर्फबारी सेब उत्पादन के लिए बड़ा नुकसान है, क्योंकि इन दिनों सेब में फ्लावरिंग का समय होता है।
उधर, शिमला शहर में भी दोपहर तक जमकर ओलावृष्टि और बारिश हुई। राजधानी में लंबे समय बाद बादलों के जमकर बरसने से सूखे की किल्लत खत्म हो गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार बीते 24 घण्टों के दौरान लाहौल-स्पीति के केलंग में 20, किन्नौर के कल्पा में 15 सेंटीमीटर, कोठी में 10 और खदराला में 8 सेंटीमीटर हिमपात हआ है।
वहीं वर्षा की बात करें तो कोटखाई में 63, पालमपुर में 48, मनाली व भुंतर में 47, डल्हौजी में 43, जुब्बड़हटटी में 35, धर्मशाला में 33 और शिमला में 31 मिमी बारिश हुई। बारिश, बर्फबारी व ओलावृष्टि से तापमान में भारी गिरावट आने से पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है। केलंग और कल्पा में न्यूनतम तापमान क्रमशः -1.4 और -0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा शिमला में 5, सुंदरनगर में 10.5, भुंतर में 8.3, धर्मशाला में 8, उना में 14.5, नाहन में 12.9, पालमपुर में 10, सोलन में 9.2, मनाली में 2, कांगड़ा व बिलासपुर में 12, मंडी में 10, हमीरपुर में 12.2 और डल्हौजी में 2.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से प्रदेश में बारिश, बर्फबारी और ओलावृष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय इलाकों में अगले 24 घण्टे भी बारिश व बर्फबारी होने की सम्भावना है। इन क्षेत्रों में 25 से 27 अप्रैल तक मौसम साफ रहेगा, वहीं 28 व 29 अप्रैल को मौसम फिर खराब होगा। कहा कि राज्य के मैदानी भागों में 24 से 29 अप्रैल तक मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।