शिमला, 23 अप्रैल : राजधानी में हो रही व्यापक बारिश कहर बरपाने लगी है। उपनगर संजौली में शुक्रवार सुबह पांच मंजिला भवन जमींदोज हो गई। इस भवन में निजी स्कूल चलता था। हालांकि भवन को पहले ही खाली करवा दिया गया था। इस वजह से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। सुबह करीब साढ़े 5 बजे जब भवन गिरा तो ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो।

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस-प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी और नगर निगम शिमला की मेयर सत्या कौंडल ने घटनास्थल का मुआयना किया। यह भवन संजौली-ढली बाईपास मार्ग पर स्थित था।
जानकारी अनुसार जमींदोज हुए इस भवन के पास खुदाई का काम चल रहा था। इस कारण भवन को खतरा पैदा हो गया था। नगर निगम प्रशासन ने खुदाई कार्य कर रहे अन्य भवन के मालिक को कई बार नोटिस भी जारी किया था, लेकिन बावजूद इसके काम नहीं रोका गया और बहुमंजिला भवन मलबे में तबदील हो गया। बहुमंजिला भवन के गिरने से साथ लगते अन्य मकानों को भी नुकसान पहुंचा है।
अनसेफ के कारण हाल ही में भवन को खाली करवाया गया था। स्थानीय लोगों ने बताया कि खुदाई कार्य के कारण भवन धराशायी हुआ है। कल शाम इस भवन का डंगा नीचे सरक गया था। ऐसे में भवन को खाली करवा दिया गया था।
उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी ने बताया कि इस घटना में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। नगर निगम प्रशासन ने एहतियात के तौर पर भवन को पहले ही खाली करवा दिया था। बहुमंजिला भवन के गिरने के कारणों की जांच की जाएगी।