घुमारवीं, 23 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश और बर्फबारी के कारण किसान और बागबान दुःखी हो गए हैं। आलम यह है कि निचले जिलों में गेहूं की फसल खेतों में सड़ने के कगार पर है। अगर मौसम साफ नहीं हुआ तो फसल खेतों में पड़ी-पड़ी सड सकती है, क्योंकि पिछले चार दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है।

इतना ही नहीं इस बदले हुए मौसम में अप्रैल माह में सर्दी का एहसास करवा दिया है और फिर से लोग घरों के अंदर दुबक रहे हैं। निचले जिलों के साथ-साथ ऊपरी जिलों में भी मौसम की मार कुछ कम नहीं है। ऊपरी जिलों में भारी ओलावृष्टि के कारण जहां सेब की फसल तबाह हो गई है। वहीं निचले जिलों में किसानों के आम, गेहूं और अन्य सब्जियों व फलदार पौधों पर भारी मार पड़ी है
अगर बारिश का सिलसिला इस तरह से चलता रहा तो किसानों को दो वक्त की रोटी के लाले पड़ने वाले हैं। जहां संगठन प्रदेश को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग कर रहे थे। अब हालात उससे भी बदतर हो रहे है क्योंकि सूखे के कारण पहले ही फसलों को भारी नुकसान हुआ है लेकिन अब जो कुछ बचा था वो मौसम ले डूबेगा।