शिमला, 22 अप्रैल : हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में अप्रैल माह में व्यापक बर्फबारी हो रही है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर सहित ऊंचाई वाले इलाकों में तीन दिन से बर्फबारी से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बर्फबारी के कारण राज्य में 2 नेशनल हाइवे और 179 सड़कें बंद हो गई हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा 140 सड़कें अवरुद्ध हैं। राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में लम्बे समय बाद जमकर बादल बरस रहे हैं।

राजधानी शिमला में बारिश ने 42 साल का रिकार्ड तोड़ दिया। बीते 24 घंटों में शिमला में 83 मिलीमीटर बारिश हुई है।
इससे पहले वर्ष 1979 में 15 अप्रैल को शिमला में 111 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी। शिमला में पिछले दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। शिमला में देर रात जमकर बारिश और ओलावृष्टि होती रही और बारिश का दौर गुरुवार को भी जारी रहा। बारिश से राजधानी में सूखे का संकट खत्म हो गया है।
इसके अलावा कुल्लू में भी जम कर बादल बरसे हैं। कुल्लू के कोठी में 67 मिलीलीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। पिछले 24 घंटो में मनाली में 61, जोगिन्दरनगर में 50, डलहौजी में 39, टिंडर औऱ बैजनाथ में 35, तीसा में 34, बंजार और छतराड़ी में 33 मिमी बारिश हुई।
इस बीच बारिश, ओलावृष्टि और बर्फबारी से पूरे प्रदेश में मौसम का मिजाज ठंडा हो गया है और लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं।
किन्नौर और लाहौल-स्पीति में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। लाहौल-स्पीति का मुख्यालय केलांग राज्य का सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां न्यूनतम तापमान -0.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह किन्नौर के कल्पा में पारा -0.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
शिमला में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है। इसके अलावा मनाली में 4.4, कुफरी में 4.8, डल्हौजी में 5.8, धर्मशाला में 8.8, भुंतर में 9.4, जुब्बड़हट्टी में 9.9, पालमपुर में 10, सोलन में 11.5, मंडी में 12, सुंदरनगर में 12.3, हमीरपुर में 13.4, बिलासपुर में 14 और उना में 15.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ है।
मौसम विभाग शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि मैदानी भागों में 24 से 28 अप्रैल तक मौसम साफ रहेगा। मध्यपर्वतीय व उच्चपर्वतीय इलाकों में 24 से 27 अप्रैल तक मौसम साफ रहेगा, वहीं इन हिस्सों में 28 अप्रैल को मौसम के फिर बिगड़ने के आसार हैं।