सोलन, 22 अप्रैल : मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज विभिन्न नगर निगमों व नगर परिषद के पार्षदों के साथ वर्चुअल बैठक की, ताकि कोरोना की स्थिति के जायजे सहित उनकी राय ली जा सके। बैठक में सोलन नगर निगम के मात्र चार पार्षदों ने भाग लिया, जिसमें तीन कांग्रेस व एक निर्दलीय पार्षद ने भाग लिया। भाजपा के पार्षदों ने इस अहम वर्चुअल मीटिंग से दूरी बनाकर रखी, जो साबित करती है कि भाजपा के पार्षद अपने मुख्यमंत्री को कितना मानते हैं व अपने मुख्यमंत्री के प्रति कितने सजग हैं।

मुख्यमंत्री ने भी अपने संबोधन में आते ही ताना मारते हुए कहा कि जो दिख रहे है, उन्हे भी नमस्ते व जो नहीं दिख रहे उन्हें भी नमस्ते। कोरोना जैसे अहम मुदे् पर कम से कम भाजपा के पार्षदों को तो मुख्यमंत्री से वर्चुअल मीटिंग कर अपने विचार रखने चाहिए थे, लेकिन न जाने भाजपा पार्षदों ने क्यों मुख्यमंत्री को अनदेखा किया यह समझ से परे है।
इस बाबत नगर निगम सोलन की मेयर पूनम ग्रोवर ने बताया कि मुख्यमंत्री की एक कोविड के ऊपर अहम बैठक थी, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव दिए हैं। मुख्यमंत्री ने भी पार्षदों को इस मुश्किल घड़ी में एकजुटता से कार्य करने बारे कहा। भाजपा पार्षदों के नदारद होने पर उन्होंने कहा कि वह अपने-अपने स्तर पर इस बैठक को सुन रहे हैं।
निश्चित तौर पर कोविड जैसे गंभीर मुद्दे पर ही भाजपा पार्षद एक अहम वर्चुअल बैठक से नदारद दिखाई दिए। अब देखना दिलचस्प होगा कि किस तरह से वह आगामी पांच वर्षों तक सोलन की जनता के कार्य करवाते हैं। लेकिन अपने मुख्यमंत्री की बैठक से गायब करना दर्शाता है कि भाजपा पार्षदों की मुख्यमंत्री में दिलचस्पी नहीं है।