मंडी, 21 अप्रैल : कीतरपुर से मनाली तक बन रहे फोरलेन में मंडी जिला के नेरचौक से लेकर पंडोह तक निर्माण कार्य कर रही केएमसी कंपनी को आखिरकार लंबे समय के बाद हाईवे पर पड़े गड्ढों की याद आई है। कंपनी ने विंद्रावणी से लेकर पंडोह तक पड़े गड्ढों को भरने का कार्य लगभग पूरा कर लिया है। इन गड्ढों को तारकोल डालकर भरा जा रहा है। कुछ समय पहले प्रशासन और एनएचएआई ने इसपर सख्ती दिखाई थी जिसके बाद कंपनी ने गड्ढों को भरने का कार्य शुरू किया।

बता दें कि मंडी से लेकर पंडोह तक फोरलेन का निर्माण कार्य नेशनल हाईवे के साथ ही हो रहा है और यहां पर पहाड़ों को काटकर सड़क को चौड़ा किया जा रहा है। इस कारण यहां नेशनल हाईवे की हालत बद से बदतर हो गई थी। सड़क का कोई कोना ऐसा नहीं था जहां आपको गड्ढे न नज़र आते हों। या हम यह भी कह सकते हैं कि यहां गड्ढों में ही हाईवे था। कंपनी अपने काम में मस्त रही और इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया।
आखिरकार अब कंपनी को इसकी याद आई और गड्ढों को भरा गया। इससे निश्चित तौर पर लोगों को ज्यादा तो नहीं पर थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। केएमसी कंपनी के सेफ्टी इंजीनियर कमल गौतम ने बताया कि लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर राज शेखर के आदेशों पर यह कार्य किया गया है। इस मौके पर उनके साथ हाईवे इंजीनियर प्रदीप भी मौजूद रहे।
बता दें कि मंडी से पंडोह तक कंपनी ने काफी अधिक स्थानों पर फोरलेन का निर्माण कर दिया है और वहां से यातायात को सुचारू भी कर दिया गया है। जहां पर कुछ कमियां हैं उन्हें अब कंपनी लगातार दूर करने का प्रयास कर रही है।