सोलन, 20 अप्रैल: कोविड महामारी के बीच सोलन स्वास्थ्य विभाग की लचर प्रणाली देखने को मिल रही है। सवाल इस बात पर उठ रहा है कि क्या स्वास्थ्य विभाग महामारी को हलके में ले रहा है। कोरोना संक्रमितों के लिए जारी संपर्क नंबर चल ही नहीं रहा है। इतना ही नहीं जो विभाग द्वारा कोरोना पॉजिटिव मरीजों की दवाइयों की किट बनाकर दी गई है, वह पर्ची से मेल ही नहीं खाती।
दस दिन के कोर्स के एवज में सिर्फ दो दिन की ही दवाइयां मरीज को दी जा रही है। इन बातों की पोल एक संक्रमित आदित्य महाजन ने खोली है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने माना कि जो टेलीफोन नंबर कोविड मरीजों की सुविधा के लिए पर्ची पर अंकित किया गया है, वह अभी तक शुरू ही नहीं हुआ है। जल्द शुरू होने का आश्वासन दिया। कोरोना किट में दवाइयों की कमी को लेकर उन्होंने कहा की सप्लाई की कमी के चलते दवाइयों की राशनिंग की जा रही है। लेकिन वही उन्होंने कहा कि जिन मरीजों को कम दवाईया मिली है, उन्हें स्वास्थ्य विभाग घर जाकर दवाइयां उपलब्ध करवाएगा।
साफ़ नजर आ रहा है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी को लेकर कितना सजग है, जबकि एक तरफ प्रदेश का मुख्यामंत्री व स्वास्थ्य मंत्री प्रदेश में कोरोना की भरपूर मात्रा में मेडिसन उपलब्ध होने की बात कर रहे है। वही इस तरह से मरीजों को दवाइयों का वितरण कही न कही स्वास्थ्य विभाग की पोल खोलता नजर आ रहा है।