शिमला, 19 अप्रैल : कोरोना काल में हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर महंगे हैलीकाॅप्टर में सवारी करेंगे। हालांकि अधिकारिक तौर पर अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं, लेकिन जानकारी के मुताबिक स्काई-वन कंपनी का शानदार हैलीकाॅप्टर रशिया से दिल्ली पहुंच चुका है।

खास बात ये है कि कोरोना संकट के बीच जब राज्य आर्थिक संकट से जूझ रहा है, इसी बीच महंगी सवारी का फैसला लिया गया है। असल बात सरकार के अधिकारिक पक्ष के बाद ही आएगी, लेकिन बताया जा रहा है कि इस हैलीकाॅॅप्टर पर प्रतिघंटा 5 लाख 10 हजार का खर्चा आएगा। तर्क यह भी दिया जा रहा है कि 24 सीटर हैलीकाॅप्टर की सेवाएं आपातकालीन समय के वक्त में भी ली जाएंगी। डबल ईंजन हैलीकाॅप्टर में दो पायलट होंगे।
बता दें कि इससे पहले पवन हंस कंपनी द्वारा सीएम को छोटा हैलीकाॅप्टर उपलब्ध करवाया जा रहा था। गौर हो कि राज्य सरकार ने साल 2019 में बार-बार हैलीकाॅप्टर के खराब होने से नाखुश होकर पवन हंस की बजाय स्काई वन कंपनी को टैंडर दिया था। टैंडर में दो कंपनियों ने भाग लिया था, जिसमें स्काई वन के रेट कम पाए गए।
उल्लेखनीय है कि इस समय सीएम का हैलीकाॅप्टर 6 सीटर है। निश्चित तौर पर हैलीकाॅप्टर बड़ा होगा तो किराया भी ज्यादा होगा। बताया जा रहा है कि मौजूदा हैलीकाॅप्टर पर सरकार द्वारा प्रतिघंटा की दर से लगभग 2 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। नया हैलीकाॅप्टर एमआई 171ए-2 स्काई वन कंपनी का है। इसे पांच साल के लिए लीज पर लिया जाएगा। फिलहाल टैस्ट फलाइट के बाद ही इसे राज्य सरकार के खिदमत में हाजिर कर दिया जाएगा।
लाजमी तौर पर बड़ा हैलीकाॅप्टर होने से मंत्री व अधिकारी भी आराम से उड़ान भर सकेंगे। करीब 11 महीने पहले मंत्रिमंडल ने रशिया में तैयार हैलीकाॅप्टर को लीज पर लेने को लेकर स्वीकृति प्रदान की थी। इस हैलीकाॅप्टर की खास बात यह भी है कि ये ब्रांड न्यू है। एक अन्य जानकारी के मुताबिक स्काईवन एयरवेस को सरकार हर साल 480 घंटे की उड़ान की एवज में 28 करोड़़ 80 लाख का भुगतान करेगी। प्रतिमाह 40 से ज्यादा घंटे सेवाएं निश्चित है।
ये हैं खूबियां….
खास बात ये है कि हैलीकाॅप्टर न्यू ब्रांड है। सुरक्षा की दृष्टि से भरोसेमंद होने की वजह से जनजातीय क्षेत्रों में उड़ानें आसानी से हो सकेंगी। इसके अलावा सरकारी टूर में भी इसका इस्तेमाल होगा। इसकी खास बात ये है कि इसे माइनस 50 डिग्री तापमान से 50 डिग्री सैल्सियस तक भी उड़ाया जा सकता है।
कैबिन की लंबाई 636 सैंटीमीटर है, जबकि चैड़ाई 234 सैंटीमीटर है। उपकरण की ऊंचाई 180 सैंटीमीटर है। हैलीकाॅप्टर के नए माॅडल की पहली उड़ान 2014 में हुई थी।