नाहन, 17 अप्रैल : डाॅ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज के एक सुरक्षा गार्ड ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। सुरक्षा कर्मी की ईमानदारी की वजह से सैन की सेर के रहने वाले रोहित चौहान को गुम हुआ मोबाइल वापस मिल गया है।
अस्पताल में पर्ची के रजिस्टेशन काउंटर पर सुरक्षा कर्मी की तैनाती थी। इसी दौरान सुरक्षा गार्ड जितेंद्र पाल सिंह को मोबाइल मिला। इधर-उधर खडे़ व्यक्तियों से जितेंद्र ने टच स्क्रीन मोबाइल के बारे जानकारी लेने शुरू की, मगर कोई नहीं मिला। इसके बाद जितेंद्र पाल सिंह ने सुरक्षा गार्ड कंट्रोल रूम में मौके के सुपरवाइजर के पास फोन को जमा करवा दिया। कुछ समय बाद गुम हुए फोन पर काॅल आई। काॅल करने वाला रोहित ही था। फिर उसे पता चला कि उसका फोन सुपरवाइजर के पास सुरक्षित है।
जानकारी मिलते ही तुरंत रोहित सुरक्षा गार्ड कंट्रोल रूम पहुंच गया। रोहित ने जितेंद्र पाल सिंह का तह दिल से शुक्रिया अदा किया। बता दें कि पहले गुम हुए फोन को आईएमईआई नंबर से ट्रैक कर लिया जाता था। लेकिन कुछ अरसे से इस नंबर को भी गैर कानूनी तरीके से बदलने की आशंका रहती है।
कुल मिलाकर मेडिकल काॅलेज के सुरक्षा कर्मी ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए ये साबित किया है कि आम जन मानस के साथ सामान की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी बखूबी निभाना जानते हैं। उधर, अस्पताल के सुरक्षा प्रभारी डीसी राणा ने भी सिक्योरिटी गार्ड की प्रशंसा की है।