सोलन, 17 अप्रैल : क्षेत्रीय अस्पताल का विवादों से चोली-दामन का साथ रहा है। बीती रात डयूटी पर तैनात चिकित्सक के व्यवहार व तरीके से एक पिता इतना आहत हुआ कि उसे मौके से चिकित्सक का वीडियो लाइव करना पड़ा। वीडियो में साफ तौर पर चिकित्सक पर नशे की हालत में होने का आरोप लग रहा है। मगर डाॅक्टर साहब इस आरोप का कोई खंडन नहीं कर रहे, बल्कि खुद भी वीडियो बनाने लगते हैं।
अगर इस वीडियो की बातचीत को आधार माना जाए तो पिता बार-बार कह रहा है कि दो दिन से बच्चा बेहाल है। लगातार रो रहा है, लेकिन शिशु रोग विशेषज्ञ ने मासूम को टच तक नहीं किया है। वीडियो में मौके पर मौजूद स्टाफ भी दखल देता नजर आ रहा है। सवाल इस बात पर उठता है कि जिस जिला से खुद स्वास्थ्य मंत्री ताल्लुक रखते हों, वहां इस तरह के हालात हैं।
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इस घटनाक्रम से सवाल ये उठता है कि क्या वैश्विक महामारी में इस तरह का व्यवहार रखने वाले डाॅक्टरों ने मरीजों को उनके हाल पर ही छोड़ दिया है। उधर, एमबीएम न्यूज से बातचीत में वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक अशोक हांडा ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। यदि शिकायतकर्ता अस्पताल प्रशासन या पुलिस को सूचित करता तो तुरंत ही डयूटी पर तैनात चिकित्सक का मेडिकल करवाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि मरीजों से सौहार्दपूर्ण व्यवहार के लिए जल्द ही एक सर्कुलर भी जारी किया जाएगा।
इसी बीच एमबीएम न्यूज नेटवर्क ने स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल से भी संपर्क किया। उन्होंने कहा कि बीती रात बच्चे के पिता का फोन आया था, जब वो बच्चे को लेकर सोलन से शिमला जा रहे थे। उन्होंने तुरंत ही आईजीएमसी के एमएस को सूचित कर दिया था। साथ ही उचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए थे। गौरतलब है कि सोलन क्षेत्रीय अस्पताल की हालत खराब होने से मरीजों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। मौजूद स्टाफ का व्यवहार मरीज की पीड़ा को बढ़ा देता है।
अब देखना यह भी होगा कि राज्य के स्वास्थ्य मंत्री दुर्व्यवहार करने वाले चिकित्सकों या अन्य स्टाफ पर नकेल कसने के लिए कोई ठोस कदम उठा पाते हैं या नहीं।
गौरतलब है कि नवजात बच्चे के पिता मुकुल छेत्री इस समय छठी आईआरबीएन बटालियन में तैनात हैं। मौजूदा में परवाणु में सेवाएं दे रहे हैं।
एमबीएम से बातचीत में नवजात के पिता…
वायरल हो रहे वीडियो पर नवजात के पिता ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत की। उन्होंने कहा कि अंतिम समय पर दारू के नशे में धुत्त चिकित्सक ने रैफर करने की बात कर डाली। मजबूरन वीडियो लाइव करना पड़ा। आईजीएमसी से प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई चंडीगढ़ रैफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पीजीआई में बच्चे का कोरोना टैस्ट किया गया है। उसकी रिपोर्ट आने के बाद ही उपचार शुरू होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों ने बच्चे की हालत नाजुक होने की बात कही है।