सोलन, 16 अप्रैल : आखिरकार, बीजेपी की क्राॅस वोटिंग के मंसूबों पर पानी फिर गया है। इसी के दम पर भाजपा मेयर व डिप्टी मेयर की हाॅट सीट पर कब्जा करने की फिराक में थी। लेकिन कांग्रेस ने अपने 9 पार्षदों को एकजुट रखकर सत्तारूढ़ राजनीतिक दल को करारा झटका दिया है।
कांग्रेस ने मेयर पद के लिए पार्टी के दिग्गज व पूर्व विधानसभा स्पीकर डाॅ. राजीव बिंदल के सिपाहसलार पवन गुप्ता को हराने वाली पूनम ग्रोवर को प्रत्याशी बनाया था। उन्होंने बीजेपी के मनीष सोपाल को हराकर नगर निगम की पहली मेयर बनने का गौरव हासिल किया।
उधर, डिप्टी मेयर पद के लिए कांग्रेस के राजीव कोडा ने बीजेपी के शैलेंद्र गुप्ता को हराया। रोचक बात ये थी कि सत्ता की उम्मीद में भाजपा ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव जीते मनीष सोपाल को ही मेयर पद के लिए उम्मीदवार बना दिया।
मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में कांग्रेस को 9 मत हासिल हुए, जबकि बीजेपी को 8 ही वोट मिले। चुनाव के नतीजों में कांग्रेस के 9 पार्षदों ने चुनाव जीता था, जबकि भाजपा के 7 प्रत्याशियों के हाथ जीत लगी थी। कांग्रेस के 9 पार्षदों के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर भी नाटकीय घटनाक्रम रहा था। पहले प्रशासन ने देरी से आने का हवाला देकर इसे स्थगित कर दिया था, लेकिन कांग्रेस के दिग्गज नेता हर्षवर्धन चौहान व राजेंद्र राणा के तीखे तेवरों के बाद प्रशासन ने कांग्रेसी पार्षदों को शपथ दिलाने के मामले में यू टर्न ले लिया था। शुक्रवार को चुनाव से पहले भाजपा के पार्षदों ने शपथ भी ग्रहण की।
समूचे प्रदेश की नजरें सोलन नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव पर टिकी हुई थी, क्योंकि जोड़तोड़ की राजनीति चल रही थी। बता दें कि बीजेपी ने सोलन नगर निगम चुनाव की कमान पूर्व स्पीकर डाॅ. राजीव बिंदल को सौंपी हुई थी। कांग्रेस में जीत के बाद हर्षवर्धन चौहान न व राजेंद्र राणा का राजनीतिक कद बढ़ा है तो वहीं हार की वजह से बिंदल को अपने ही घर में झटका लगा है।
उल्लेखनीय है कि क्राॅस वोटिंग की आशंका को लेकर कांग्रेस को भी अतिरिक्त एहतियात बरतनी पड़ रही थी। शपथ के बाद से ही तमाम पार्षदों को एक साथ ही रखा जा रहा था।