नाहन, 16 अप्रैल : शिमला मार्ग पर आईटीआई से कारमल काॅन्वेंट स्कूल के बीच बढ़ते हादसों को लेकर प्रशासन की नींद टूट गई है। शुक्रवार दोपहर उपायुक्त ने नेशनल हाईवे विंग के अधिकारियों को तलब किया है। हालांकि नतीजा क्या होगा, ये तो नहीं पता लेकिन प्रशासन गंभीर होता नजर आ रहा है।
5 अप्रैल से 14 अप्रैल के बीच तीन हादसे हुए। इसमें एक को अपनी जान दर्दनाक तरीके से गंवानी पड़ी थी। इस मसले पर पब्लिक के भी जोरदार तरीके से सुझाव आ रहे हैं। इसमें यशवंत चौक से बिरोजा फैक्टरी तक 9 पार्किंग जोन घोषित करने की मांग शामिल है, क्योंकि अवैध तरीके से सड़कों के किनारे वाहनों की पार्किंग से भी खतरा रहता है। यह अलग बात है कि आईटीआई से कारमल स्कूल के बीच सड़क के संकीर्ण होने के कारण अवैध पार्किंग नहीं होती है, लेकिन कई बार पार्किंग कर भी दी जाती है।
वहीं, पुलिस प्रशासन के साथ-साथ संबंधित विभाग को इस बात का भी आकलन करना होगा कि भीड़भाड़ के वक्त गुजरने वाले हैवी वाहनों में ओवरलोडिंग तो नहीं की जा रही। इसी कारण उतराई में हैवी वाहन बेकाबू हो जाते हैं। अगर गौर किया जाए तो पिछले दो साल में केवल उन्हीं वाहनों ने संतुलन खोया है, जो भवन सामग्री से ओवरलोडिड थे।
उधर, एनएच विंग के अधिशाषी अभियंता ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क को बताया कि उपायुक्त ने बातचीत के लिए बुलाया है। उन्होंने बताया कि पुख्ता कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें कारमल स्कूल के गेट पर बने ढांचे को हटाकर सड़क को चौड़ा किया जा रहा है। साथ ही एक पेड़ को काटने की भी अनुमति मांगी गई है। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी तरह की सरकारी भूमि में अतिक्रमण होगा तो उसे तत्काल प्रभाव से निशानदेही के बाद हटाया जाएगा। इस बारे एसडीएम से भी बातचीत हो चुकी है।