सोलन, 15 अप्रैल : परवाणु-सोलन हाईवे पर वाहन धारकों को दो बार जेब ढीली करनी पड़ेगी। हिमाचल में प्रवेश करते ही पहले परवाणु में एक्साइज विभाग को टोल चुकाना पड़ेगा, वहीं कुछ दूरी के बाद सनावरा में भी टोल का भुगतान करना होगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NAHI) ने फोरलेन हाईवे पर हिमाचल का टोल प्लाजा 19 अप्रैल से शुरू करने का फैसला लिया है।
टोल प्लाजा पर वाहनों से शुल्क वसूलने को लेकर प्राधिकरण ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। प्राधिकरण के प्रोजैक्ट डायरेक्टर एसके शर्मा के मीडिया में बयान के मुताबिक कोरल कंपनी एक सप्ताह के भीतर टोल लेना शुरू कर देगी। कार्य पूरा करने के बाद निजी कंपनी ने सनावरा टोल प्लाजा को प्राधिकरण के हवाले कर दिया है।
फिलहाल टोल प्लाजा का एक हिस्सा पूरा कर दिया गया है, जबकि दूसरे हिस्से को पूरा करने में डेढ़ महीने का समय लगेगा। लिहाजा, 4-4 लेन को एक ही टोल से ऑपरेट किया जाएगा। टोल प्लाजा की 10-10 किलोमीटर की परिधि में रहने वाले स्थानीय लोगों को पास की सुविधा दी जाएगी। इसकी सीमा 285 से 1885 रुपए प्रतिमाह निर्धारित हुई है। बता दें कि कोरल कंपनी को तीन महीने टोल वसूलने का अनुबंध दिया गया है, इसके बाद पुनः आबंटन होगा।
जीआर इन्फरा प्रोजैक्ट ने परवाणु से सोलन के बीच 39 किलोमीटर के फोरलेन का निर्माण कार्य करीब-करीब पूरा कर लिया है, इसको लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रमाणपत्र भी जारी कर दिया गया है। टोल प्लाजा के समीप एंबुलेंस, पैट्रोलिंग वाहन व रिकवरी वैन को भी तैनात किया जाएगा। इसके अलावा एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है।
सौर ऊर्जा का इस्तेमाल आपातकालीन स्थिति में काॅल करने के लिए भी किया गया है। बता दें कि फोरलेन के निर्माण कार्य को सितंबर 2015 में शुरू किया गया था। शुरूआती चरण में इसे 30 महीने में पूरा करने का लक्ष्य था।
ये हैं दरें…
वन-वे के लिए कार, जीप, वैन की दर 55 रुपए होगी। अप-डाऊन में 85 रुपए चुकानें होंगे। हल्के वाहनों से 90 रुपए शुल्क लिया जाएगा। जबकि वन-वे में ही ट्रकों व बसों से 190 रुपए की वसूली होगी। एक्सल कमर्शियल व्हीकल की दर 210 रुपए निर्धारित हुई है। इसी तरह वन-वे में ही निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी से 300 रुपए लिए जाएंगे। अहम बात यह भी है कि फास्टटैग का इस्तेमाल न करने वालों से डबल शुल्क लिया जा सकता है।