ऊना, 14 अप्रैल : भारतीय सेना में कार्यरत 42 वर्षीय हवलदार शमशेर सिंह की मौत हो गई। मौत का समाचार आते ही मुबारकपुर में शोक की लहर से सन्नाटा छा गया। जानकारी के मुताबिक हवलदार शमशेर सिंह पुत्र प्यारा सिंह भारतीय सेना 18 ग्रेनेडियर में तैनात था, जो कि डेढ़ वर्ष से कमांड अस्पताल चंडीगढ़ में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहे थे।
हवलदार शमशेर सिंह ड्यूटी पर तैनात ग्लेशियर में अचानक बाजू सुन्न हो गई। बाजू सुन्न होने के बाद धीरे- धीरे उसके शरीर के अन्य अंग भी सुन्न होने शुरू हो गए थे, जिसका इलाज कमांड अस्पताल चंडीगढ़ में चल रहा था। 23 वर्ष सेवाकाल उपरांत मंगलवार रात हवलदार शमशेर सिंह की मृत्यु का समाचार मिलते ही उनके गांव मुबारकपुर में शोक की लहर से दौड़ गई है।
शमशेर सिंह अपने पीछे माता पिता, पत्नी शालू राणा, पुत्री दिव्यांशी व पुत्र प्रयांश को छोड़ गया। गांव प्रबुद्ध वर्ग का कहना है कि मृदुभाषा व संस्कारों का धनी शमशेर सिंह जब भी अपने घर छुट्टी आता था, तो गांव के हर व्यक्ति से मिलता था।