संगड़ाह, 12 अप्रैल : उपमंडल संगड़ाह में एक साल बाद भी रविवार को एचआरटीसी नाहन डिपो की बसें नहीं चली। करीब दो माह से हालांकि राजगढ़ से संगड़ाह आने वाली सोलन डिपो की दो बसें चल रही है, मगर नाहन डिपो की कोई भी बस संगड़ाह नहीं पंहुची। जनता कर्फ्यू अथवा लॉकडाउन के दौरान यहां एचआरटीसी की बसें बंद हुई थी और तब से परिवहन निगम कर्मियों द्वारा रविवार की छुट्टी की जा रही है। बसें बंद होने से दिव्यांग लोगों तथा पुलिस कर्मियों को रविवार को किराया खर्च कर भीड़ भाड़ वाली निजी बसों में सफर करना पड़ रहा है।
पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशासन से बसें एसेंशियल सर्विस अथवा आवश्यक सेवाओं में शामिल होने के चलते इस मामले में प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि, एचआरटीसी मनमानी अथवा लापरवाही के चलते क्षेत्रवासियों को आए दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है। एक साल से यहां चलने वाली लोकल बस टिकरी गांव नहीं गई। 44 पंचायतों वाले विकास खंड संगड़ाह में एचआरटीसी की मात्र 2 दर्जन बसें होने तथा निजी बसों की संख्या भी इतनी ही होने के चलते यहां कोरोना काल में भी बसों में काफी भीड़ रही और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी नियमों की अवहेलना के कई वीडियो वायरल हुए।
परिवहन निगम के अड्डा प्रभारी सुखराम ने इस बार नया बहाना बना कर बताया कि, नागरिक उपमंडल संगड़ाह तथा जिला के कुछ अन्य क्षेत्रों में फिर से बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए मैनेजमेंट द्वारा फिलहाल यहां रविवार को बसें चलाए जाने संबंधी निर्णय नहीं लिया गया है। कुछ दिन पहले अड्डा प्रभारी यह कहते थे कि अगले रविवार को चल पड़ेगी बसे लेकिन अब नया बहाना बनाकर। लोगों को परेशान करने वाली बात हो गई है।