शिमला, 11 अप्रैल : राजधानी के न्यू शिमला में एक होटल में कब्जे को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री सिंघी राम और दूसरे पक्ष के बीच विवाद का मामला सामने आया है। न्यू शिमला पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर एक दूसरे के खिलाफ क्रॉस एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पूर्व मंत्री सिंघी राम ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उनका न्यू शिमला सेक्टर एक में होटल है। साल 2020 में उन्होंने सोहन लाल से 15 लाख रुपए लोन लिया था और उनके साथ जीपीए बनाई थी और एक हिस्सा को मोर्टगेज किया था। लेकिन इस जीपीए को 5 अप्रैल को कैंसल कर दिया गया। उनका आरोप है कि दूसरे पक्ष की ओर से अब उनके होटल का ताला तोड़कर एटिक पर कब्जा कर किया गया है। पूर्व मंत्री की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धाराओं 447, 448, 406 व 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है।
वहीं दूसरे पक्ष ने शिकायत दर्ज करवाई है कि पूर्व मंत्री अपने कुछ साथियों के साथ बिना किसी पूर्व सूचना और अनुमति के उनके कमरे में घुसे और वहां महिला के साथ अभद्र व्यवहार किया। इस मामले में शिकायतकर्ता एक महिला है और उसकी शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धाराओं 354 व 504 के अंतर्गत केस कायम किया है।
इस पूरे मामले पर एसपी शिमला मोहित चावला का कहना है कि दोनों का होटल के लिए लेन-देन का आसपी विवाद है। दोनों पक्षों की ओर एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दी गई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने क्रॉस एफआईआर दर्ज की है।
गौर हो कि पूर्व में प्रदेश कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे सिंघी राम शिमला के रामपुर क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। वह रामपुर से छह बार कांग्रेस के विधायक रहे हैं। वह वीरभद्र सरकार में बागवानी मंत्री रह चुके हैं। वर्ष 2019 में उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कर भाजपा का दामन थाम लिया था।