हरिपुरधार/सुरेंद्र चौहान
पहाड़ों की रानी, ऊपरी हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत वादियों में, समुद्र तल से आठ हजार फीट की ऊंचाई पर, हरिपुरधार की रमणीय घाटी में देवी मां भंगायणी शक्तिपीठ स्थल स्थित है। आस्था की दृष्टि से यह मंदिर बहुत ही मान्यता प्राप्त है। यहां विभिन्न राज्यों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी आस्था रखते हैं और अपनी मन्नत, मुरादें पूरी करने की अरदास करते हैं और माता रानी उनकी मुरादें पूरी कर देती है।
वर्ष 2020 में आरंभ हुआ था मंदिर का पुनर्निर्माण…काष्ठ कलाकृति व नक्काशी द्वारा निर्मित होगा
मंदिर मां भंगायणी देव स्थल पर विराजमान मंदिर को पुरानी शैली के अनुरूप सौंदर्यीकरण करने के लिए सेवा समिति ने पत्थर की छतों को बनाने का कार्य लगभग पूर्ण कर दिया है और मंदिर को चारों ओर से लकड़ी की नक्काशी द्वारा निर्मित किया जायेगा। सेवा समिति ने मंदिर के रखरखाव के लिए भरसक प्रयास जारी रखा है। विगत वर्ष 2020 में लॉकडाउन के चलते मंदिर निर्माण कार्य में देरी हो गई थी।
मंदिर सेवा समिति के संयोजक बलवीर ठाकुर ने बताया कि सेवा समिति हर समय मंदिर के रख-रखाव और उसके संरक्षण संवर्धन में अच्छा प्रयास कर रही है। यात्रियों की सुविधा के लिए मंदिर में हर पहलुओं पर कड़ी नजर रखी जाती है। कोरोनावायरस के चलते मंदिर में भंडारे लंगर इत्यादि पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।