बिलासपुर, 06 अप्रैल : क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में तैनात दंत चिकित्सक एक बार फिर से आरोपों के घेरे में घिर गए है। मंगलवार को चिकित्सा अधीक्षक के पास फिर से उक्त चिकित्सक के खिलाफ शिकायत पहुंची हुई है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए हैं कि उक्त चिकित्सक द्वारा उनका ईलाज नहीं किया गया और लंबे समय से लाइनों में खड़ा करने के बाद उसे अन्य दंत चिकित्सक के पास रैफर कर दिया गया।
वहीं, इस तरह के मामले अभी ही नहीं बल्कि कुछ समय से एमएस के पास आ रहे है। अभी तक उक्त दंत चिकित्सक के खिलाफ पहले की मामलोें की जांच पूरी नहीं हुई थी तो मंगलवार को एक और शिकायत चिकित्सक की एमएस के पास आ पहुुंची है।
सूत्रों के अनुसार उक्त दंत चिकित्स के खिलाफ ओपीडी में फर्नीचर की खरीद-फरोख्त के मामले की भी जांच चली हुई है। ऐसे में अस्पताल प्रशासन द्वारा इस संदर्भ में दो सदस्यीय टीम का भी गठन किया गया है, जो ओपीडी में अस्पताल प्रशासन को बिना बताए सामान खरीदने की जांच पड़ताल कर रहे है। वहीं, जानकारी यह भी प्राप्त हुई है कि जांच के दौरान चिकित्सक के जवाब सहीं नहीं पाए गए हैं। जिसके चलते इस मामले को लेकर भी लगभग उक्त चिकित्सक पर गाज गिरना भी तय हो गया है। क्योंकि उक्त डॉक्टर की पहले भी कई शिकायतें अस्पताल प्रबंधन के पास लंबित हैै।
ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने अब फिर से उक्त चिकित्सक के सारी शिकायतों की जांच करना भी शुरू कर दी है। वहीं, कुछ समय पहले ही उक्त चिकित्सक की हुई शिकायत मामलें में अस्पताल प्रशासन द्वारा गठित एक कमेटी भी मामले की जांच कर रही है। उक्त जांच में भी कुछ बड़े खुलासे सामने आ सकते है। वहीं, बता दें कि कुछ समय पहले ही उक्त चिकित्सक द्वारा दांतों में तार लगाने को लेकर पैसे ऐंठने का मामला भी सामने आ चुका है। जिसकी जांच भी अस्पताल प्रशासन द्वारा की जा रही है।
उधर, बिलासपुर एमएस डाॅ. एनके भारद्वाज का कहना है कि मंगलवार को एक अन्य शिकायत दंत चिकित्सक के खिलाफ पहुंची हुई है। बार-बार उक्त चिकित्सक की शिकायत पहुंच रही है। मामला काफी गंभीर है, इस मामले की सारी जानकारी दंत चिकित्सा डायरेक्टर को भी देनी पड़ेगी।
फोन पर बातचीत करने के बाद दंत चिकित्सा डायरेक्टर अजय चौहान ने बताया कि उक्त चिकित्सक दांतों का किसी भी प्रकार का इलाज करवाने के लिए मन्हा नहीं कर सकता है। प्रदेशभर के सभी चिकित्सकों को आदेश जानकारी किए गए हैं कि सभी तरह के मरीजों का इलाज करना है। परंतु बिलासपुर में तैनात दंत चिकित्सक द्वारा ऐसा करना बिल्कुल गलत है, इस सारे मामले की जांच की जाएगी।