शिमला, 5 अप्रैल : हिमाचल का पुलिस महकमा पेंडिंग केसों के निपटारे में जुटा हुआ है। पुलिस के सभी जिलों के थानों में लंबित मामलों को लक्ष्य देकर निपटाने के निर्देश दिए गए हैं, जिस पर पुलिस खरी उतरी है। विगत 3 माह में हिमाचल पुलिस लंबित मामलों की दर को 20 फीसदी से नीचे लाने में कामयाब रही है।
31 दिसम्बर 2020 में राज्य में कुल लंबित आपराधिक मामले 22.8 फीसदी थे, जबकि पहली अप्रैल 2021 तक इन मामलों की संख्या घटकर 17.4 फीसदी रही। इस तरह 3 माह में लंबित मामले 5 फीसदी कम हुए। पुलिस ने यह लक्ष्य रखा था कि इन लंबित प्रकरणें का तत्काल हल निकाल कर इसे निम्नतम बिंदु पर लाया जाए। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को लंबित मामलों को प्रमुखता से निपटाने को कहा गया था।
अहम बात यह रही कि हिमाचल पुलिस ने मैनपावर की कमी के बावजूद लंबित आपराधिक मामले निपटाने में सफलता हासिल की है। पुलिस में कुल 18099 पद स्वीकृत हैं। जिनमें 1729 पद रिक्त हैं। मौजूदा समय में कानून व व्यवस्था को संभालने के लिए राज्य भर में 9909 पुलिस कर्मी कार्यरत हैं। इसके अलावा अन्य पुलिस जवान बटालियनों में तैनात हैं।
प्रदेश पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि हर साल राज्य में 20 हज़ार के करीब एफआईआर होती है। वर्ष 2019 में 19819 एफआईआर दर्ज हुई थीं, वहीं 2020 में 20,577 एफआईआर दर्ज की गई।