सुंदरनगर, 5 अप्रैल : अपने दो दिवसीय मंडी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ज्ञापन सौंप उन्हें प्री नर्सरी अध्यापिका नियुक्त करने की मांग की है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अभी तक तीन से पांच वर्ष तक के बच्चों की स्कूलिंग आंगनबाड़ी केंद्रों में ही हो रही है। जिसके तहत उन्हें प्री नर्सरी अध्यापिका नियुक्त किया जाए। प्रधान गीता शर्मा, उपप्रधान पम्मी शर्मा, नीतू बाला, रेखा शर्मा, कमला, बीना, सुरेंद्रा, निशा, चित्रलेखा, स्नेहलता, रामदेई, देवेंद्रा और अंजू कुमारी ने कहा कि प्री नर्सरी कक्षाएं आरंभ होने से आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने की नौबत आ जाएगी।
कार्यकर्ता 18 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से सरकार की सेवाओं और योजनाओं का संचालन करती हैं। उन्हें विभाग ने प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा का प्रशिक्षण भी दिया है। इसका उद्देश्य बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा प्रदान करना और शारीरिक, मानसिक व सामाजिक विकास की नींव रखना है। नई शिक्षा नीति भी इसी बात पर जोर देती है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को सेवानिवृत्ति पर पेंशन और बकाया नहीं दिया जाता है। ऐसे में उन्हें सामाजिक पेंशन के तहत लाया जाए और उसके लिए आवश्यक प्रमाणपत्र से भी छूट दी जाए। अन्य मांगों में उन्हें लिपिक की पदोन्नति का कोटा देने, पदोन्नति को बढ़ाकर पंचायत स्तर पर करने, समान वेतनमान देने और एक्टिव केस फाइंडिग टीम में कार्य करने वालों को इंसेटिव प्रदान कर उन्हें कोरोना योद्धा घोषित करना शामिल है।
उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा।