सोलन, 3 अप्रैल : हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर राज्य में कोविड के बढ़ते मामलों को लेकर बार-बार बंदिशे बढ़ाने की बात कर रहे हैं। संकेत नाइट कर्फ्यू को लेकर भी दिए जा रहे हैं, लेकिन चुनाव प्रचार में कायदे कानून टूटते नजर आ रहे हैं।
शनिवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोलन नगर निगम के चुनाव प्रचार में 7 जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान पार्टी के अन्य शीर्ष नेता भी मौजूद थे, लेकिन मुख्यमंत्री के चारों तरफ उमड़ी भीड़ को कोविड को लेकर कोई टेंशन नहीं थी।
सवाल यह उठता है कि क्या चुनाव निपटने के बाद बंदिशों को बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री की रैलियों में कोविड-19 के मद्देनजर कांग्रेस के भीड़ जुटाने के आरोप को लेकर सवाल भी पूछा गया, लेकिन इस बारे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि वो भी जनता के बीच जा रहे हैं, ये अलग बात है कि उनकी (कांग्रेस) की रैलियों में भीड़ नहीं आती।
सोशल मीडिया यूजर्स पहले से ही इस बात पर सवाल उठा रहे हैं कि चुनाव प्रचार में कोविड-19 प्रोटोकॉल कहां गया? इससे पहले मुख्यमंत्री द्वारा मंडी में भी नगर निगम के चुनाव का प्रचार किया गया। वीरवार को ही सीएम ने कुल्लू में स्कूलों को 15 अप्रैल तक बंद रखने का ऐलान किया था।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि 2022 के विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल चल रहा है। यह तय करेगा कि 2022 में मुख्यमंत्री पद के कैंडिडेट बनने के लिए मौजूदा सीएम जयराम ठाकुर क्वालीफाई करेंगे या नहीं। लिहाजा चुनाव जीतने के लिए जोखिम तो उठाने ही पड़ेंगे। यह अलग बात है कि सीएम को कांगड़ा में विधानसभा व मंडी में लोकसभा के उपचुनाव का भी सामना करना है। जीतने की सूरत में ही बीजेपी के सीएम कैंडिडेट बनने की उम्मीद रहेगी।
दिलचस्प बात यह है कि नगर निगम के चुनाव में शनिवार को सोलन में मुख्यमंत्री को नुक्कड़ सभाएं करने पर भी मजबूर होना पड़ा। शहरी निकायों के चुनाव में शायद ऐसा कम ही देखा जाता होगा कि जब सूबे के मुख्यमंत्री को इस स्तर पर चुनाव प्रचार में उतरना पड़ा हो।
भाजपा ने सोलन नगर निगम के चुनाव को जीतने के लिए तेजतर्रार नेता राजीव बिंदल को बागडोर सौंपी हुई है, तो कांग्रेस भी पीछे नहीं रही है। कांग्रेस ने भी बीजेपी के मुख्यमंत्री कैंडिडेट को हराने वाले विधायक राजेंद्र राणा को कमान सौंपी हुई है। कुल मिलाकर 7 अप्रैल को यह तय हो जाएगा कि बाजी किसके हाथ लगी है। बता दे कि सोलन में चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप भी मौजूद थे।